मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के लाभार्थियों के खाते पर बीडीओ अमरनाथ पाण्डेय ने लगाई रोक, बैठाई जांच टीम.

हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/रतनपुर.
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एडीओ आईएसबी की जांच टीम करेगी पात्र अपात्र की जांच फिर लाभार्थियों के खाते में आएगा शादी का अनुदान.
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दलालों के उडे होंश, जांच का नाम सुनकर छूट रहा पसीना.
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“हिन्दमोर्चा” ने अपने एडीशन में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया
नौतनवां ब्लाक के रतनपुर परिसर में 10 फरवरी को मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के तहत 141 जोडों की शादी सम्पन्नं हुई थी। सामुहिक शादी सम्पन्न होने के बाद लाभार्थियों द्बारा अनियमितता के तमाम आरोपों को देखते हुए बीडीओ नौतनवां अमरनाथ पाण्डेय ने मुख्य मंत्री सामुहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल 141 लाभार्थियों के खाते पर रोक लगाते हुए जांच टीम गठित कर दिया है। जांच टीम पात्र अपात्र की जांच करने के उपरांत अपनी रिपोर्ट सौंपेगी जिसके बाद लाभार्थियों के खाते में शादी के अनुदान का पैसा आएगा।
मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना गरीब कन्यायों के लिए बनाई गई इस सबसे अच्छी योजना को कुछ दलाल पलीता लगाने में जुट कर कमाई का अच्छा साधन बना लिए थे। पैसे के लालच में दलालों ने ऐसा कई कारनामा किया जिसमें शादी शुदा महिला की पैसे के लालच में दोबारा शादी करा दी। और समाज कल्याण के अधिकारी ऐसे लोगों की फाईल को दलालों के चक्कर में पड़कर बिना कुछ सोचे बिचारे हस्ताक्षर कर दे रहे थे।
“हिन्दमोर्चा” ने अपने एडीशन में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया जिसको संज्ञान में लेते हुए नौतनवां ब्लाक के बीडीओ अमरनाथ पाण्डेय ने मुख्य मंत्री सामुहिक विवाह में शामिल 141 लाभार्थियों के खाते में तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया और इसकी पूरी विधिवत जांच के लिए एडीओ आई एस बी अब्दुल गफ्फार को जांच टीम का लीडर बनाकर जांच टीम गठित कर दिया।
जानकारी के लिए बता दें कि मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना गरीब कन्यायों के लिए बनाई गई सबसे बेहतरीन योजना है जिसमें सरकार गरीब कन्या की शादी के लिए कुल 51 हजार रूपए की धनराशि मुहैया कराती है जिसमें जेवर व उपहार, कपडा, बक्सा आदि की कीमत 10 हजार व विवाह में अन्य खर्च 6000 रूपए काटकर सरकार लाभार्थी के खातें में 35 हजार रूपए देती है, लेकिन महराजगंज जनपद के नौतनवां ब्लाक में कुछ दलाल मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह की महत्वाकांक्षी योजना को धूमिल करने में जुटे हैं। लाभार्थियों से 10 से 15 हजार रूपए लेकर उनका विवाह मण्डप में बैठाकर करा दे रहे हैं और खूब मोटी कमाई कर रहे हैं।
इस सम्बन्ध में बीडीओ अमरनाथ पाण्डेय ने बताया कि मुख्य मंत्री सामुहिक विवाह में तमाम अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थीं जिसको देखते हुए मुख्य मंत्री विवाह में शामिल 141 लाभार्थियों के खाते पर रोक लगा दिया गया है, और जांच टीम गठित कर दी गई है। जांच के बाद शादी अनुदान का पैसा लाभार्थी के खाते में आएगा।
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.