बेकार व घटिया किस्म के कीटनाशक व बीज से पटे सीमावर्ती क्षेत्र के बाजार
बेकार व घटिया किस्म के कीटनाशक व बीज से पटे सीमावर्ती क्षेत्र के बाजार.
हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/ रतनपुर.
नौतनवां क्षेत्र में खेती किसानी के मामले में हरियाणा, पंजाब से तुलना की जाती है ,यहां के लोग खेती किसानी पर अधिक निर्भर हैं जिसके कारण खाद बीज का खपत अधिक है। किसान गेहुं की सिंचाई कर खरपतवार व कीट के लिए बाजारों से दवा खरीदकर छिड़काव करने में जुट गए हैं। उनके द्वारा लगायी फसलों के पहले ही सीमावर्ती क्षेत्र में विभिन्न चौक-चौराहों पर संचालित निजी कृषि बीज की दुकानों पर घटिया किस्म के बीज व कीटनाशक बेचे जा रहे हैं। इस मामले में जिला कृषि अधिकारी का कहना है कि अब तक इस तरह के कोई मामला मेरे संज्ञान में नही आया है। अगर ऐसा है तो जल्द ही टीम बनाकर पूरे जिले की दुकानों की जांच कराएंगे।
उल्लेखनीय है कि नौतनवां क्षेत्र के बरगदवा, डगरुपुर, बेलहिया,असुरैना, परसामलिक, सेखुआनी, सेवतरी, रतनपुर, खोरिया, भगवानपुर, अड्डा बाजार ठूठीबारी आदि चौराहों पर कृषि बीज भंडार की दर्जनों दुकानें हैं। इनमें से बहुत से दुकानदारों के पास बीज व कीटनाशक बेचने का कोई वैध कागजात तक नहीं है फिर भी दुकानों व इसके समीप बने गुप्त गोदामों में विभिन्न ब्रांड के लाखों रुपयों के बीज व कीटनाशक भरे पड़े हैं। भारत-नेपाल का सीमाई इलाका होने के कारण यहां भारतीय गांवों के अलावा नेपाल के किसानों का भी अपनी जरूरत के लिए आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर बीज भंडार के संचालक घटिया किस्म के बीज व कीटनाशक दवाएं बेच रहे हैं। भोले-भाले किसान बीज व कीटनाशक का मूल्य चुकाने के बाद भी फसल की बेहतर पैदावार से वंचित हैं। किसान रमेश, हरिश्चंद्र, बाबूलाल, केशव, सीताराम, मनीष आदि का कहना है कि कृषि विभाग के अधिकारियों के चलते दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं।
इस संबंध में नौतनवां उप जिलाधिकारी दिनेश मिश्रा का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि दुकानों पर नकली बीज व कीटनाशक बेचने की शिकायत मिली तो जांच कर संबंधित दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.