टेढी़ व दशरथपुर के ग्रामीणों ने नदी पार करने के लिए खुद बनाया रास्ता.
टेढी़ व दशरथपुर के ग्रामीणों ने नदी पार करने के लिए खुद बनाया रास्ता.
हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/ रतनपुर.
- बांस बल्ली के सहारे रोहिन नदी में तैयार किया है पुल.
- इक्कीसवीं सदी में भी करीब दर्जनों मजरे के लोग चलते हैं पगडण्डी वाले रास्तों पर.
इक्कीसवीं सदी में भी लक्ष्मीपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत टेढी व दशरथपुर के करीब दर्जनों मजरे के ग्रामीण आज भी पगडण्डी वाले रास्तों पर चलने के लिए मजबूर हैं। नदी पार करने के लिए पुल नही, चलने के लिए सड़क नही बस किसी तरह गुजर बसर करने को मजबूर हैं। ग्राम पंचायत टेढी व दशरथपुर के ग्रामीणों ने नदी पार करने के लिए जहां बांस बल्ली का पुल बनाया है वहीं दुर्गम रास्ता भी तैयार किया है। जिस रास्ते से होकर बांस के पुल पर ग्रामीणों का आना जाना होता है।
लक्ष्मीपुर ब्लाक का ग्राम पंचायत टेढी व दशरथपुर जंगल के बीच में बसा हुआ है। गाँव से सटे रोहिन नदी निकली हुई है। दशरथपुर गाँव के पास प्यास नदी आकर रोहिन नदी में मिली है जिसें लोग दोमुहान घाट कहते हैं। दशरथपुर के ग्रामीणों ने दोमुहान घाट पर नदी में बांस बल्ली का पुल तैयार किया है और टेढी के ग्रामीणों ने ब्रमस्थान के पास रोहिन नदी पार करने के लिए बांस बल्ली का पुल बनाया है। ग्राम पंचायत दशरथपुर के मजरे गायघाट, पिपरडाले, पडरहवा, भकुरहवा, भंसिअहवा और ग्राम पंचायत टेढी के मजरे ब्रमपुर, गंगापुर, कानपुर बेलौहा, पथरहिया, बेरीकूंडी, कांधपुर, कौवहवा, बेलौहा सहित दर्जनों मजरों के ग्रामीण पगडण्डी वाले रास्तों पर आज भी चलने के लिए मजबूर हैं।
दशरथपुर के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नरेंद्र यादव, टेढी गाँव के प्रधान प्रतिनिधि दीनानाथ साहनी उर्फ डेबा, ग्रामीण संजय यादव, राजनाथ यादव, रामरूप यादव, महेन्द्र यादव, शैलेन्द्र यादव, सम्मे यादव, हरिश्चन्द्र यादव, प्रेमचन्द यादव,विषनाथ, सीताराम, मोलहू, जयप्रकाश साहनी ,सुकई साहनी, मोलहू, दुर्गेश, शैलेश, राजन,छोटू, महेन्द्र गुप्ता,भगौती पासवान,हीरा,गुलाब सहित तमाम लोगों का कहना है कि दर्जनों ऐसे मजरे हैं जहां पर पक्की सड़क का निर्माण न होने से वर्षात में सड़क कीचड़ से सरोबोर हो जाती है जो ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन जाती है।
हिन्दमोर्चा ब्यूरो चीफ महराजगंज गिरधर सिंह/ संवाददाता विकास साहनी.