Maharajganj

कमांडेंट जनरल विजय कुमार द्वारा जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज का निरीक्षण किया गया.

महराजगंज, कमांडेंट जनरल विजय कुमार द्वारा जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज का निरीक्षण किया गया.

हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज सदर.

  • महराजगंज स्थित बौद्ध स्थलों के बारे में एक संगोष्ठी को संबोधित किया।

महाराजगंज :आपको बताते चलें कि संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में कमांडेंट जनरल विजय कुमार ने जिलाधिकारी को बेहद अल्पकालिक सूचना पर इस सफल संगोष्ठी के संचालन के लिए धन्यवाद दिया। डीजी श्री कुमार द्वारा जनपद के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बुटवल व नारायणी घाटी में प्राचीन मानव आवशेष मिले हैं। उन्होंने कहा कि महराजगंज और इसके आस-पास की जलवायु ऐसी है कि हर काल में यहाँ मानव रहा होगा।

उन्होंने संत कबीर नगर के लहुरादेव चर्चा करते हुए बताया कि यहाँ 07 से 08 हजार साल पहले धान की खेती का प्रमाण मिलता है। यह क्षेत्र प्राकृतिक रूप से धान की खेती के लिए उपयुक्त है। महानिदेशक होमगार्ड्स ने गंडक नदी के उद्भव, उसके प्रवाह में बदलाव और इसके वर्तमान स्वरूप की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि जनपद महराजगंज में प्राचीन काल से मानव की बसावट के प्रमाण बाद के कालों में भी मिलते हैं।

उन्होंने रामग्राम की चर्चा करते हुए कहा कि महात्मा बुद्ध के ननिहाल के संदर्भ में अलग-अलग दावे हैं और इसपर किसी निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए अधिक अनुसंधान की आवश्यकता है, फिर भी रामग्राम की अवस्थिति, रामग्राम स्तूप, यहां की बसावट व कुछ अन्य प्रमाणों से बनरसिया कलां का दावा मजबूत लगता है। उन्होंने बताया कि रामग्राम का उल्लेख ह्वेनसांग ने भी अपनी किताब में किया है।

महराजगंज जनपद में किये गए अपने कार्यों से भी उपस्थित लोगों को अवगत कराया और इसमें अपने साथी रहे प्रो. कृष्णानंद त्रिपाठी के योगदान को भी याद किया। उन्होंने स्वयं और प्रो. कृष्णानंद त्रिपाठी द्वारा लिखे गए महराजगंज के पुरातात्विक गजट की भी चर्चा की और कहा कि यदि कोई इस क्षेत्र में कार्य करना चाहता है या इतिहास के छात्रों को यहाँ के पुरातात्विक इतिहास में रुचि है, तो वे इस गजट से उपयोगी जानकारी प्राप्त कर सकते है.जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने महानिदेशक विजय कुमार का स्वागत करते हुए कहा कि मैंने जबसे बौद्ध धरोहरों व स्थलों पर कार्य करना शुरू किया, उसके बाद मैंने सर् से अनुरोध किया कि वे एक बार आकर अपने कार्यों को देखें।

उनके प्रयासों से जनपद को बौद्ध विरासत के क्षेत्र में एक पहचान मिली। उन्होंने बताया कि आदरणीय महानिदेशक महोदय ने हमारे अनुरोध पर प्राप्त पुरातात्विक वस्तुओं का कैटलॉग तैयार करना स्वीकार किया है, जिससे जनपद में स्वीकृत जनजाति संग्रहालय के बुद्ध गलियारे में इन वस्तुओं को इनके विवरण के साथ रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जनपद के बौद्ध धरोहरों में सर् का योगदान अतुलनीय है।

डॉ. रामेंद्र मिश्र ने कहा कि इतिहास के निर्माण में साहित्यिक धारा और पुरातात्विक धारा की महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन इतिहासकारों के लिए पुरातात्विक धारा का महत्व अधिक है और इस धारा को समृद्ध करने में विजय कुमार जी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।महानिदेशक सहित अन्य अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रबंधक बलराम भट्ट ने भी डीजी विजय कुमार के योगदान को याद किया।

इससे पूर्व मुख्य अतिथि विजय कुमार, जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार व अन्य अतिथियों ने देवी सरस्वती की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके पश्चात कॉलेज की छात्राओं ने सरस्वती वंदना का गायन किया।जनपद में आगमन पर महानिदेशक विजय कुमार को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!