NR मंडल लखनऊ यूनियनों का गंठजोङ बना चर्चा का विषय, कर्मचारियों के ट्रान्सफर में हुआ भारी खेल
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वरिष्ठता की हुई अनदेखी विरोध पर कर्मचारियों को मिल रही धमकी
लखनऊ / उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में दोनों यूनियनों ने मिलाया हाथ खुलेआम उङायी जा रही है रेलवे बोर्ड की नियम की धज्जियां
पूरे मंडल में कर्मचारियों में आक्रोश कायम कोई नहीं है सुनने वाला। प्राप्त विवरण के अनुसार अभी एक ताजा मामला ऐसा भ्रष्टाचार का चमत्कार हुआ है जो सोचने पर विवश कर रहा है लखनऊ मंडल में दो यूनियनें मान्यता प्राप्त बतायी जाती हैं जो इस समय बिना मान्यता के ही संचालित हो रही है. दोनों यूनियनों ने आपस में हाथ मिला लिया है जबकि एक समय था कि दोंनों यूनियनें एक दूसरे की धुर विरोधी बतायी जाती थी।
मिली जानकारी के अनुसार कैरिज एंड वैगन /CDO/Sr.DME/NR/Lko के कर्मचारियों का स्थानान्तरण बिना वरिष्ठता सूची के जारी किए हैं। जूनियर मानकर स्थानान्तरण कर दिया गया है। रेलवे के सूत्र ने बताया कि वरिष्ठता सूची कर्मचारियों द्बारा मांगे जाने पर कहा जा रहा है कि तुम लोग जूनियर हो स्थानान्तरण होगा।
विश्वस्त्र सूत्रों से पता चला है कि दोंनों यूनियनों ने आपस में समझौता कर रखा है। जबकि मृतक आश्रित कोटा (सीजी ग्राउंड) के कर्मचारियों का मामला है और यह नियम है कि जिस कर्मचारी का पिता जहां काम कर रहे थे वहीं पर उसकी नियुक्ति दी जाएगी।
देखिए महाप्रबंधक एवं मुख्य कार्मिक अधिकारी महोदय लखनऊ मंडल में प्रशासन दोनों यूनियनें चला रही हैं रेल प्रशासन मृगमारीचिका साबित हो चुका है। सूत्रों के अनुसार जब कोई लिस्ट बनती है तो संबधित बाबू दोंनों यूनियनों को आफिस ले जाकर नेता जी की सहमति लेता है तब फाईल अधिकारी के पास जाती है।