NR जोन में यूपी पुलिस की गुंडागर्दी कायम, रोक लगाने में डीजीपी का आदेश बेसर
-
वाराणसी -लखनऊ से जाने वाली ट्रेनों में एसी डिब्बों में चलते हैं बिना टिकट
-
यात्रियों के विरोध करने पर मारपीट पर हो जाते हैं उतारू
-
अलीगढ़, इटावा, कानपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, आदि स्टेशनों पर करते हैं यात्रा
-
टीटीई दहशत में, रेलवे बोर्ड व रेल मंत्रालय बना नपुंसक, किसी गंभीर घटना का कर रहा इंतज़ार
(ओपी सिंह वैस)
लखनऊ | गजब की है सरकार जो अपने बेलगाम पुलिस कर्मियों पर नहीं लगा पा रही अंकुश, डीजीपी का जारी पत्र भी जीआरपी एवं सिविल के अधिकारी ने किया नजरन्दाज। रेलवे के दर्जनों चेकिंग स्टाफ के कर्मचारियों ने बताया कि मुरादाबाद, लखनऊ, प्रयाराज, वाराणसी, गोरखपुर आदि मंडलों के दर्जनों टीटीई हो चुके हैं इन वर्दीधारियों के शिकार और तमाम टीटीई डिप्रेशन का भी शिकार हो चुके हैं लेकिन रेलमंत्री से लेकर मुख्य मंत्री एवं डीजीपी तक कोई भी सुनने को तैयार नहीं है ।
प्राप्त विवरण के अनुसार हाबङा ,गौहाटी, गोरखपुर से जितनी भी ट्रेनें न्ई दिल्ली या अन्य स्थानों के लिए चलती हैं और यात्री अपनी मेहनत खून पसीना के पैसे से टिकट लेकर यात्रा करता है तो उसे ये वर्दीधारी पुलिस कर्मी मिनटों में ही सीटों पर कब्जा कर लेते हैं तथा विरोध करने पर मारपीट के साथ- साथ फर्जी मुकदमों में बंद करने की धमकी भी देते हैं.
जब टीटीई विरोध करता है तो उसके साथ मारपीट करके मुंह बंद करवा देते हैं जिसका जीता जागता उदाहरण उर ई स्टेशन पर लगभग डेढ माह पहले देखने को मिला है मुंबई से लखनऊ आने 12221 एसी एक्सप्रेस में टिकट मांगने पर दरोगा सहित दर्जनों पुलिस कर्मियों ने टीटीई पर जान लेवा हमला करके हजारों रुपया लूट लिया ।लखनऊ मंडल के प्रतापगढ स्टेशन पर भी टीटीई इन तथा कथित गुंडों का शिकार हो चुका है लेकिन रेलवे प्रशासन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठा सका।
ये वर्दीधारी खुद तो चलते ही हैं एसी डिब्बों में बिना टिकट साथ ही साथ इनके होमगार्ड और चेले भी एसी की हवा लेने में पीछे नहीं रहते ।आखिर कब चेतेगा रेल प्रशासन एवं उप्र पुलिस प्रशासन मुख्य मंत्री जी ये आपकी पुलिस जो कारनामें कर रही है अगले चुनाव भाजपा सरकार के जीरो टालरेंस का ये कांटे बिछाने का कार्य कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार दो जाति विशेष के पुलिस कर्मी तो डिब्बों में बहुत ना टिकट चलते हैं और सरकार को भी अपशब्दों से नवाजने का कार्य करते हैं।