NR मंडल के मैकेनिकल ओएंड एफ विभाग में नहीं थम रही अधिकारियों की कामचोरी और भ्रष्टाचार
लखनऊ। सरकार डाल-डाल तो रेलवे अधिकारी पात-पात हैं एक चर्चित अधिकारी जिसका बाल-बांका तक नहीं हुआ। करोङों की संपत्ति, रेलवे की सरकारी गाङियों का खुलेआम दुरुपयोग कर अर्जित कर चुका है। आखिर इस अधिकारी ने कौन सा जादू मंडल एवं रेलमंत्रालय तक के अधिकारियों पर कर रखा है कि इतनी खबरें एवं शिकायतों के बावजूद कोई कार्यवाही बोर्ड से नहीं हो रही है। इधर सरकार गठन की तैयारी कर रही है तो इधर रेलवे के अधिकारी कानून की धज्जियां उङा रहे हैं।
अब देखना ये है कि रेलमंत्री एंव प्रधानमंत्री गठबंधन की सरकार बनाकर इन भ्रष्टाचारियों पर जांच करायेंगे कि नहीं। एक तरफ तो पढे़ लिखे नव युवकों से कंपनियां 12-12 घंटे कार्य कराकर खून चूस रही हैं तो वहीं रेलवे में डेढ लाख-दो लाख वेतन लेने वाले कर्मचारी आफिस में बैठकर हराम का वेतन ले रहे हैं। रेलवे के अधिकृत सूत्र ने बताया कि एक महिला एएलपी के पद पर तैनात है। उसकी नियुक्ति रायबरेली लाबी में की गई है।
इसलिए की वह उक्त चर्चित अधिकारी की जाति एवं रिश्तेदार बतायी जाती है और उसकी नियुक्ति आलमबाग डीजल शेड में कार्य के लिए लगाया गया है। सूत्र ने बताया कि रनिंग स्टाफ का दुरुपयोग अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। रनिंग स्टाफ गाङी चलाने के भर्ती किये जाते हैं लेकिन उक्त अधिकारी की रिश्तेदार और सजातीय होने के कारण उसके घर में नौकरी कराई जायेगी। जबकि उरे के महाप्रबंधक का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी रनिंग स्टाफ को स्टेशनरी डियूटी पर न लगाया जाए।
जबकि आलमबाग डीजलशेड से रनिंग स्टाफ को लेना-देना नहीं है फिर भी रेलवे को लाखों रुपयों का प्रति माह चूना लगाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस तरह से पूरे मंडल में अयोध्या कैंट, प्रतापगढ, वाराणसी, आदि स्टेशनों पर दर्जनों रेल कर्मी मौज कर रहे हैं। महाप्रबंधक एवं मंडल रेल प्रबंधक के आदेश को टोकरी में डाले जा रहे हैं। सूत्र तो यहां तक बताते है कि उक्त अधिकारी योगी सरकार के एक मंत्री का खास बताया जाता है।