Lucknow

टाइम सिटी मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी में जालसाजी करने वालों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज

  • टाइम सिटी मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी में जालसाजी करने वालों के विरूद्ध मुकदमा

  • इन नटवरलालों के कृत्य को न्यायालय ने गंभीरता से लेते हुए दिये देवा पुलिस को कार्यवाही का आदेश

लखनऊ। जनपद बाराबंकी के टाइम सिटी मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी में नटवरलालों द्वारा कूट रचित तरीके से पदाधिकारी बनकर करोड़ों रूपये घोटाला करने की मंशा को न्यायालय ने गंभीरता से लेते हुए मौजूदा कम्पनी के डायरेक्टर सुशील कुमार मिश्र की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जालसाजों के विरूद्ध गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर जांच एवं कार्यवाही का आदेश निर्गत किया है जिसमें पुलिस द्वारा कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।

शिकायत कर्ता कम्पनी डायरेक्टर ने न्यायालय में योजित याचिका में कहा है कि उक्त टाइम सिटी मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी में दीपचन्द शुक्ल निवासी-168 रवीन्द्र पल्ली फैजाबाद रोड इन्दिरानगर लखनऊ,चन्द्र प्रकाश शुक्ल 168-रवीन्द्र पल्ली अयोध्या रोड इन्दिरानगर लखनऊ,अरविन्द कुमार पाण्डेय,तृप्ती तिवारी भुअर निरंजनपुर गांधी नगर बस्ती,सत्यवती,लहुरी 147-धर्मदासपुर तहसील सुल्तानपुर के द्वारा कूट रचित दस्तावेज तैयार कर पदाधिकारी बन गये और कम्पनी के खाते में करोड़ो रूपये तथा अरबों की जमीन को बेचने का प्रयास किया गया किन्तु इनकी मंशा कामयाब नहीं हो सकी।

FIR Copy Attachment

31629007240222_श्री सुशील कुमार मिश्रा नि0 डायरेक्टर ट-1
इन जालसाजों द्वारा किये कृत्य की सुनवाई करते हुए न्यायालय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बाराबंकी ने अधिवक्ता के तर्क को संज्ञान लेते हुए 22 मार्च 2024 को आरोपियों के विरूद्ध थाना देवा को अभियोग पंजीकृत किये जाने का आदेश निर्गत किया। पुलिस ने मामले में मुकदमा अपराध संख्या-0222/2024 के तहत आरोपियों पर धारा-419,420,467,468 व 471 में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।

सूत्रों के अनुसार इन जालसाजों द्वारा किसी कम्पनी व सोसाइटी में न रहते हुए भी उन्हें फर्जी कागजातों के सहारे उनमें पदाधिकारी बनने का महारथ हासिल है। न्यायालय के आदेश पर दर्ज मुकदमें के बाद अब तरह-तरह के मामले सामने आने लगे हैं जिसकी चर्चा भी बाराबंकी समेत राजधानी, अम्बेडकरनगर, बस्ती,गोण्डा,सुल्तानपुर के अलावा दर्जन भर जिलों में शुरू हो गयी है।

कई भुक्त भोगियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इन जालसाजों की प्रदेश व केन्द्र सरकार में गहरी पैठ है जिसके चलते उनकी मंशा फलीभूत होती आ रही है यदि पुलिस ने निष्पक्ष जांच किया तो जालसाजों द्वारा अपने कृत्य से अर्जित तमाम नामी-बेनामी सम्पत्तियों का खुलासा भी तय है।

( अगले अंक में पढ़िये इनके कारनामों से जुड़ी अन्य खबरें )

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