उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अकबरपुर,गोसाईगंज, बिलहरी घाट, सहित स्टेशनों के भवन निर्माण में मानकों की अनदेखी कर रहे ठेकेदार
👉कार्यदाई संस्था के अधिकारी भी जानकर बने अनजान
👉इन स्टेशनों के पुराने भवन के निकले ईंट का प्रयोग कर रहे ठेकेदार
👉मानकों की अनदेखी में धन के बंदरबांट का आरोप लगा रहे लोग
लखनऊ। देखिए! रेल मंत्री और प्रधानमंत्री जी अयोध्या जैसे विश्वसतरीय स्टेशन का निर्माण जहां सरकार पूरे दमखम के साथ निर्माण
करवाने में सक्रिय है तो वहीं अयोध्या से 25 किमी0 की दूरी पर स्थित गोशाईंगंज, बिलहरीघाट, दर्शन नगर एवं अकबरपुर स्टेशन पर खुलेआम घटिया सामग्री का प्रयोग किये जाने का मामला प्रकाश में आया है।
जबकि रेलवे का जो मानक है उसके विपरीत ठेकेदार घटिया सामग्रियों का कर रहा प्रयोग। घटिया किस्म की सामग्री ठेकेदार द्वारा लगाया जा रहा है। प्राप्त विवरण के अनुसार अकबरपुर एवं गोशाईंगंज तथा बिलहरीघाट स्टेशनों पर जो निर्माण कार्य चल रहा है उसमें 1/10 सीमेंट व बालू का प्रयोग किया जा रहा रहा है।
इस मामले में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी (इंजीनियरिंग विभाग) की भूमिका काफी अहम बतायी रही है, कथित मीडिया कर्मियों के पहुंचने पर आवभगत कर उनका मुंह बंद कर दिया जाता है। रेलवे के एक कर्मचारी ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि स्टेशनों से निकली पुराने ईंटों को भी ठेकेदारों द्वारा नवनिर्माण कार्य में धड़ल्ले से प्रयोग कर लिया है।
यहां तक जानकारी मिली है कि मोरंग बेहद घटिया जो काले रंग की है उसे ठेकेदार द्वारा लगावाया जा रहा है। इतना ही नहीं 53 हजार रुपये ट्रक आने वाली मोरंग के कीमत ठेकेदार द्बारा 95 हजार रूपये दर्शाया जा रहा है। इसे लेकर लोगों का कहना है कि यदि सरकार इस घटिया निर्माण की टेक्निकल जांच कराये तो बड़े पैमाने पर घोटाला व कमीशनखोरी सामने आ जाएगी। यही नहीं इस निर्माण में सम्मिलित अधिकारियों ने ठेकेदारों पर कार्यवाही भी तय होगी।
(भ्रष्टाचारी अधिकारियों व ठेकेदारों के काले करतूतों के राज का अभी अगले अंक में होगा पर्दाफाश)