विद्युत विभाग परिसर में गंदगी का अंबार, झाड़ियों में लगा हैंडपंप खराब
अम्बेडकर नगर / झाड़ियों में तब्दील हुआ विद्युत विभाग आपको बताते चलें की बिजली विभाग के कर्मचारियों का दिमाग बिजली की तरह होता है जो कि इनके आंखों पर इस कदर काली पट्टी बंधी है जो केवल इनको अपना दफ्तर ही दिखाई देता है अरे साहब एक कहावत है की अगर जानवर भी कहीं बैठता है तो अपने दुम से बैठने का स्थान साफ कर ही बैठता है वे दिन दूर नहीं है जब बिजली विभाग में उग रहे झाड़ियों की वजह से सांप और बिच्छू उत्पन्न होना न शुरू हो जाएं.
सच्चाई तो यह है कि बिजली विभाग की साफ सफाई पिछले कई महीनों से नहीं हुआ है इसका जीता जागता सबूत इन झाड़ियों से ही पता चलता है कि लोगों ने बताया कि कई सालों से खराब पड़ा हैंडपंप तो वही इस कड़ाके की धूप और गर्मी के मौसम में दूर दरार से आए हुए बिजली के उपभोक्ता अपना बिल जमा करने के लिये आते हैं अगर उनको प्यास लगती है तो हैंड पंप की खराबी की वजह से लोगों को मजबूरी में आकर बाहर की दुकानों से पानी खरीदकर उन्हें पीना पड़ता है.
योगी जी एक नजर अंबेडकरनगर के विद्युत विभाग में बैठे इन कर्मचारियों पर बिजली विभाग में खराब पड़े कईयों सालों से हैंडपंप को बनवा न सके आखिरकार इस गर्मी के मौसम में लाइनों में लगे हुए उपभोक्ता प्यास लगने पर जाएंगे कहां कहीं ऐसा न हो की कोई उपभोक्ता किसी दिन प्यासा न मर जाए प्यासे उपभोक्ताओं के लिए केवल एक ही रास्ता बचता है बाहर के दुकानों से पानी खरीद कर अपना प्यास मिटाते हैं ऐसे कइयों राज है जो बिजली विभाग में भी दफन है योगी जी एक नजर अंबेडकर नगर के विद्युत विभाग पर।