UP : दो पुलिस वालों के प्यार, इकरार और इन्कार की अजब कहानी, जिसमें सीओ बने काजी तो अब होगी शादी
फर्रुखाबाद। वैसे तो पुलिस लाइन रंगरूटों के लिए ठिकाना और अभ्यास का केंद्र माना जाता है लेकिन, झांसी पुलिस लाइन में इन दिनों दो पुलिस वालों के प्यार की चर्चा का केंद्र बन गया है। यहां फर्ज और वर्दी की बंदिशें भी दो युवा पुलिस कर्मियों के दिल में प्रेम का अंकुर फूटने से नहीं रोक सकीं। उनमें प्यार हुआ और इकरार भी हुआ लेकिन फिर इन्कार से बात बिगड़ी तो सीओ ने काजी बनकर अंजाम शादी तक पहुंचा दिया।
झांसी पुलिस लाइन में हुआ प्यार :
फर्रुखाबाद जिले के राजेपुर निवासी सिपाही पूजा और औरैया निवासी प्रांशू वर्ष 2016 में पुलिस विभाग में सिपाही बने थे। दोनों की तैनाती झांसी पुलिस लाइन में हुई थी। यहां उनके बीच प्यार-मोहब्बत का सिलसिला शुरू हुआ और प्रेम संबंध बन गए। दोनों ने जन्म-जन्म तक साथ निभाने के वादे किए और उनके घरवालों ने भी रिश्ता स्वीकार कर लिया। प्रांशू के घरवालों ने शादी पक्की की और गोदभराई की रस्म भी अदा की गई।
प्रेमी ने क्यों किया इन्कार :
गोदभराई रस्म के बाद अचानक प्रेमी सिपाही प्रांशू ने पूजा से दूरियां बनानी शुरू कर दीं और शादी से भी इन्कार कर दिया। पहले तो पूजा ने उससे कारण पूछने के साथ मनाने का प्रयास किया। बाद में प्रांशू की बेरुखी पूजा का नागवार गुजारने लगी और प्रांशू ने पूजा की कॉल भी रिसीव करनी बंद कर दी। इसपर पूजा ने वरिष्ठ पुलिस अफसरों को पूरा घटनाक्रम बताकर प्रांशू की शिकायत की।
एसपी तक पहुंचा मामला :
पूजा की शिकायत को एसपी अशोक कुमार मीणा ने संज्ञान लिया और सीओ अमृतपुर अजेय कुमार शर्मा को जांच सौंपी। सीओ ने दोनों पक्षों को महिला परिवार परामर्श केंद्र पर बुलाकर आठ घंटे तक काउंसिलिंग की। इसके बाद प्रांशू ने शादी के लिए हामी भर दी। पुलिस लाइन में ही दोनों की शादी की तैयारी शुरू कर दी गई है। दोनों परिवारों की मौजूदगी में पूजा और प्रांशू 15 मई को शादी करेंगे।
सीओ ने बताया कि 15 मई को शादी करने संबंधी शपथ पत्र दोनों से लिया गया है। अगर सिपाही प्रांशू शादी नहीं करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। इन दिनों प्रांशू की तैनाती जालौन जनपद और पूजा झांसी पुलिस लाइन में तैनात है।