Love Story: नाइट गार्ड से इश्क चढ़ा परवान… पैसे के लिए करने लगी परेशान… आधी रात हो गया प्यार का अंत
रांची, । रात के 12 बज रहे थे। इसी बीच मोबाइल की घंटी बज उठी। गीता के पास सो रहे उसके बच्चे की भी नींद खुल गई। मां ने बेटे से कहा- तुम सो जाओ… मैं नीचे से आती हूं। आधी रात बेटा गहरी नींद में सो गया।
सुबह नींद खुली तो घर में मां का शव खून से लथपथ पड़ा था। खौफनाक मंजर देखकर बेटा का दिल दहल उठा। उसने पड़ोसियों को जानकारी दी। बात जंगल की आग की तरह सिलवार कलां गांव में फैल गई। मुफस्सिल थाने की पुलिस तत्काल मौका-ए-वारदात पर आ धमकी। छानबीन शुरू हो गई। पुलिस ने गीता के पुत्र से पूछताछ की।
उसने बताया कि रात में मोबाइल पर किसी ने फोन किया था। इसके बाद ही मां छत से नीचे उतर गई थी। अपराधी तक पहुंचने के लिए पुलिस को सबसे बड़ा साक्ष्य हाथ लग चुका था।
मोबाइल काल डिटेल ने खोल दिया राज
मोबाइल के काल डिटेल को पुलिस ने खंगालना शुरू कर दिया। पता चला कि फोन करने वाला कोई और नहीं, बल्कि गीता का पड़ोसी सुरेश महतो है। पुलिस ने पहली फुर्सत में सुरेश महतो को धर दबोचा। पहले तो उसने मुंह बंद रखा। लेकिन जैसे ही पुलिस ने सख्ती बरती, टूटते देर नहीं लगी। उसने अपना मुंह खोल दिया।
फिर जो बातें सामने आईं, उसे सुनकर पुलिस भी दंग रह गई। पुलिस को जल्द ही यह बात समझ में आ गई कि यह मामला प्रेम-प्रसंग और अवैध संबंधों का परिणाम है। पुलिस ने सुरेश महतो को गिरफ्तार कर लिया। 24 घंटे के भीतर मामला सुलझ गया था। पानी की तरह हत्याकांड की तस्वीर साफ हो चुकी थी।
प्रेमी सुरेश महतो ने सुनाई यह कहानी
पुलिस ने जब गीता के हत्यारोपित सुरेश महतो से पूछताछ शुरू की तो उसने पूरी कहानी सुनाई। बकौल थाना प्रभारी बजरंग महतो, सुरेश महतो और गीता देवी के बीच अवैध संबंध था। सुरेश महतो ने यह बात स्वीकार कर ली है। उसने बताया कि गीता देवी और उसके बीच कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के बीच कई बार अवैध संबंध भी बने।
इधर, कुछ दिनों से गीता उससे पैसों की मांग कर रही थी। वह पैसा देने में अक्षम था। क्योंकि वह दिन में मजदूरी करता है और रात में सिलवार मोड़ स्थित स्वावलंबी नर्सिंग कालेज में नाइट गार्ड का काम करता है। उसके पास इतने पैसे नहीं होते कि वह दूसरों की जरूरतें पूरी कर सके। गीता देवी के दबाव के कारण उसको उससे चिढ़-सी होने लगी थी।
डयूटी के बीच ही पहुंचा गीता के घर
घटना वाली रात डयूटी के बीच ही वह गीता के घर आया। फोन कर उसे नीचे बुलाया। उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन गीता कुछ समझने के लिए तैयार नहीं हुई। दाेनों का गुस्सा बढ़ता गया और अंतत: उसने गला दबा कर गीता की हत्या कर दी। तब रात के करीब 12 बज रहे थे। हत्या के बाद रात के सन्नाटे में वह चलता बना।
पुन: कालेज में जाकर डयूटी करने लगा, ताकि किसी को कोई शक नहीं हो। लेकिन उसे यह अंदाजा नहीं रहा कि उसने ही अपने मोबाइल से फोन कर गीता को नीचे बुलाया था। बहरहाल, पुलिस ने सुरेश महतो का मोबाइल भी जब्त कर लिया है। इससे पुष्टि हो गई है कि उसने इसी मोबाइल से निर्धारित समय पर फोन किया था। हत्या आरोपित को सजा दिलाने में यह अहम साक्ष्य साबित होगा।
40 वर्ष की थी गीता, दस वर्ष का है पुत्र
मालूम हो कि इस हत्याकांड की प्राथमिकी मृतका के पिता जगरनाथ राणा ने दर्ज कराई है। प्राथमिकी के अनुसार, गीता देवी के पति का नाम राजू राणा था। वह सिलवार कला गांव, थाना मुफस्सिल, जिला हजारीबाग की रहने वाली थी। उसकी उम्र करीब 40 वर्ष थी। पुत्र की उम्र 10 वर्ष है।
पुत्र ने भी पुलिस के समक्ष रात में मोबाइल पर फोन आने और मां के नीचे उतरने की जानकारी दी है। पुत्र के अनुसार, सुबह तीन बजे उसकी नींद खुली तो उसने मां को अपने पास नहीं पाया। जब छत से नीचे उतर कर आंगन में गया तो मां का शव खून से लथपथ पाया। मां जमीन पर बेसुध पड़ी थी। काफी उठाने के बाद वह नहीं उठी।
इसके बाद उसने चिल्ला कर आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। सुबह करीब पांच बजे सिलवार गांव के मुखिया महेंद्र राम घटना स्थल पर पहुंचे। फिर पुलिस को उन्होंने सूचना दी। फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
तीन साल पहले पति का हो गया था निधन
पुलिस के अनुसार, गीता देवी के पति राजू राणा का तीन वर्ष पहले निधन हो गया था। उसके सास और ससुर भी हैं, लेकिन वह अपने बेटे के साथ तीन कमरों के मकान में रहती थी। पति के निधन के बाद वह मजदूरी कर किसी तरह अपने पुत्र को पाल रही थी। इसी बीच गीता की मुलाकात सुरेश महतो से हुई। दोनों का प्यार परवान चढ़ा और अंत भी हो गया।