हरीपुर में चीतल के मांस के साथ दो शिकारी पकड़े
महेन्द्र पाल संवाददाता पीलीभीत
पीलीभीत। पीलीभीत टाइगर रिजर्व की हरीपुर रेंज से दो शिकारियों को चीतल के मांस के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया है।
पीलीभीत टाईगर रिजर्व के उप निदेशक नवीन खण्डेलवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि चीतल का शिकार हरिपुर और दुधवा की किशनपुर रेंज के आसपास किया था।
इन दिनों प्रभागीय वन अधिकारी नवीन खंडेलवाल और इनके सहयोगी एसडीओ सत्यपाल प्रसाद एवं कपिल कुमार और कुछ रेंज अधिकारियों ने शिकारियों खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
हरिपुर निवासी कमलेश पुत्र रामकिशन, जैतिपुर निवासी संतराम पुत्र बिहारीलाल जंगल के अंदर दुधवा नेशनल पार्क की सीमा के आसपास से एक चीतल का शिकार करके लेकर आए थे ।
हरिपुर रेंज़ के रेंजर बीएस रावत ने अपने स्टाफ के साथ जब हरिपुर गांव क्षेत्र की घेराबंदी की तो पता लगा एक मकान में चीतल का मांस रखा हुआ है। बीती देर रात रेंजर ने अपने सहयोगी वन दरोगा ज्ञानी सिंह, सुब्रत सिंह, फॉरेस्ट गार्ड राहुल नें, हर्षित कुमार डंपी, पवन कुमार,वसीम खान, वाचार संजय के साथ उस घर में छापा मारा और दोनों शिकार के आरोपियों को चीतल के मांस के साथ रंगे हाथों हिरासत में लेते हुए रेंज कार्यालय ले आए ।
वहां पूछताछ के बाद रविवार दोपहर दोनों का मेडिकल कराकर वन अधिनियम 1972 के तहत वन्यजीव की हत्या करने के गंभीर धार में जेल भेज दिया।
इनसेट
पीलीभीत वन विभाग द्वारा बरामद किए गए चीतल के शव का पोस्टमार्टम हरीपुर रेंज में ही कराया गया मृतक चीतल के सब का पोस्टमार्टम करने वाले पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डॉक्टर दक्ष गंगवार ने बताया कि चीतल की गोली मारकर हत्या की गई थी उनके शरीर से गोली निकाल दी गई है। शव का पोस्टमार्टम के बाद गाइड लाइन के अनुसार गड्ढा खोदकर दफना दिया गया।
आरोपियों के पास से बरामद किए गए तमंचा और बंका
पीलीभीत। शिकारियों के पास से एक तमंचा और बंका भी बरामद किया गया। इसका उपयोग चीतल को मारने के लिए किया गया था।