सरकारी एवं निजी संस्थाओं में डॉ.भीमराव अंबेडकर जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाया गया
👉शिक्षा क्षेत्र जलालपुर के प्राथमिक विद्यालयों में बाबा साहब की मनाई गई जयंती
👉बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ बाबा साहब को याद किया गया
अंबेडकर नगर- भारत के इतिहास में 14 अप्रैल का वह दिन जो देशवासियों के लिए खुशियों का दिन जिसे भारत देश के संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के रूप में मनाया जाता है। सरकारी संस्थानों से लेकर प्राइवेट संस्थानों तक 14 अप्रैल को बड़े ही धूमधाम से पूरी साज-सज्जा के साथ मनाया जाता है।
बताते चलें कि डॉक्टर बी आर अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के अंबेडकर नगरी महू में हुआ था।
अपने जीवन काल में बड़े से बड़े संघर्षों के बीच कामयाबी का लोहा मनाने वाले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जाति, धर्म ,भेद-भाव, ऊंच-नीच ,गरीबी, प्रताड़ना जैसी समस्याओं से जूझते हुए अपने आत्मविश्वास को अडिग रखते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की जो आज देश ही नहीं विदेशों में भी प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।
संघर्षों के बीच कोलंबिया यूनिवर्सिटी और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि भी प्राप्त की। धर्म, शिक्षा और समाज पर अपनी विशेष वक्तव्य दिए हैं। महज 17 वर्ष की आयु में रमाबाई के साथ वैवाहिक बंधन में बध गए। 12 दिसंबर 1912 को उन्हें यशवंत नामक संतान की प्राप्ति हुई और जीवन की दुखद घडी 2 फरवरी 1913 को पिता का साया सर से उठ गया। किंतु अपने आत्म विश्वास, मनोबल को डिगने नहीं दिया और संघर्ष के पथ पर चलते रहें। आजाद भारत के पहले कानून मंत्री बनकर नई ज्योति जगाने का काम किया।
29 अगस्त 1947 को संविधान की प्रारूप समिति का अध्यक्ष बनाया गया उनकी अध्यक्षता में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन के बाद संविधान बनकर तैयार हुआ। बाबा साहब के पास कुल 32 डिग्रियां थी, वर्ष 1990 में उन्हें भारत रत्न से मरणोपरांत सम्मानित किया गया। 65 वर्ष की आयु 6 दिसंबर 1956 को उनकी मृत्यु हो गई। बाबा साहब की अलौकिक कार्य देश-भक्ति और योगदान समाज में एक समान अधिकार आदि विशेष कार्यों से प्रेरित देशवासी 14 अप्रैल को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती को बड़े ही हर्षोल्लास उल्लास के साथ मनाते हैं.
इसी कड़ी में शिक्षा क्षेत्र जलालपुर अंतर्गत स्थित प्राथमिक विद्यालय शेखपुरा राजकुमारी में प्रभारी प्रधानाध्यापक सर्वेश कुमार गुप्ता की अगुवाई में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर नमन किया। इसी कड़ी में सहायक अध्यापिका सोनी गुप्ता, शिक्षामित्र विमला देवी एवं उपस्थित ग्रामवासियों ने बाबा साहब को पुष्प अर्पित कर नमन किया। बाबा साहब के जीवन संघर्षों के बारे में चर्चाएं भी की गई। और उनके इन कार्यों से प्रेरित होते हुए जीवन में एक नई दिशा और धारा का प्रवाह भी हुआ।