Local

समाधान दिवस व जन सुनवाई साबित हो रहा छलावा, नहीं मिल रहा है पीड़ितों को न्याय

  • राजस्वकर्मी और पुलिस महकमा कर रहे हैं समस्याओं को पैदा करने का कार्य, डीएम से लेकर प्रशासनिक तन्त्र समस्याओं का समाधान कराने के लिये कर रहे हैं जनसुनवाई

अम्बेडकरनगर। प्रदेश सरकार द्वारा जनता की समस्याओं का स्थाई समाधान कराने के लिये तहसील और थाना स्तर पर सम्पूर्ण समाधान दिवसों को आयोजित करने के के साथ ही जन सुनवाई अभियान चलाया जा रहा है। जिले के जिलाधिकारी से लेकर सभी अधिकारियों को विशेष कार्यदिवस को छोड़कर शेष कार्य दिवसों में सुबह 09 बजे से 11 बजे तक जनता दर्शन कार्यक्रम आयोजित कर जनता की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराने का शासन स्तर पर निर्देश जारी किये जाने के बाद भी यहां शासन की मंशा के अनुसार जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। हालत यह है कि पीड़ित व परेशान हाल लोग सालों से जनता दर्शन व सम्पूर्ण समाधान दिवसों में दौड़ लगाते देखे जा रहे है। ऐसे में यहां जन सुनवाई एवं सम्पूर्ण समाधान दिवस हवा-हवाई बन कर रह गया है।

समस्याओं को पैदा करने का काम कर रहे लेखपाल और राजस्व निरीक्षक

मजेदार बात यह है कि जिले के राजस्व विभाग के कर्मचारी लेखपाल और राजस्व निरीक्षक से लेकर थानों में तैनात पुलिस कर्मी दिन रात समस्याओं को पैदा करने का काम कर रहे है और जिले के अधिकारी डीएम से लेकर पूरा प्रशासनिक अमला समस्याओं के समाधान को लेकर जनसुनवाई कर रहे हैं किन्तु किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। सम्बन्धित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी बगैर कार्यवाही किये ही झूठी आख्या देकर जनसुनवाई के दौरान आये शिकायतों को निस्तारित करा देते हैं।

जनता की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण व समाधान न किये जाने से लोगों में जहां निराशा हो रही है वहीं पीड़ित और लाचार लोग बार-बार जनता दर्शन एवं सम्पूर्ण समाधान दिवसों में चक्कर लगाने को विवस हो रहे हैं। बड़े हाकिमों द्वारा शिकायती पत्रों को सम्बन्धित विभाग के पास कार्यवाही के लिये भेजकर अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर लिया जाता हैं, न किसी की जिम्मेदारी तय की जाती है और न ही जबाबदेही। ऐसे में जनता की समस्यायें कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं और शासन की मंशा तार-तार होती जा रही है।

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!