शिवपाल यादव बोले- आजम खान के साथ खड़ा हूं, ईद बाद नए मोर्चे पर लिया जाएगा फैसला
फर्रुखाबाद. फर्रुखाबाद पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी को जमकर निशाने पर लिया. इसी बीच बीजेपी में जाने वाले सवाल पर शिवपाल सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) का यह फैसला नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं. बता दें कि पिछले कई दिनों से अखिलेश यादव से आजम खान की नाराजगी की खबरें जोरों पर हैं. इन्हीं खबरों के बीच शिवपाल यादव ने सीतापुर जेल पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी.
दरअसल, शिवपाल सिंह यादव एक पेट्रोल पंप के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. इसी बीच में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे केस में आजम खान को परेशान किया जा रहा है. यूनिवर्सिटी को भी ध्वस्त कर दिया गया. बीजेपी में जाने वाले सवाल जब शिवपाल पूछा गया तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि नेताजी का यह फैसला हो ही नहीं सकता. अखिलेश यादव गैर जिम्मेदाराना व नादानी भरे बयानबाजी कर रहे हैं. शिवपाल ने कहा अगर बीजेपी में भेजना चाहते हैं तो बहुत शीघ्र समाजवादी विधानमंडल दल से निकाले.
उन्होंने आजम खान के नए मोर्चे पर बताया कि जेल से बाहर आने की पर फैसला लिया जाएगा और मैं आजम खान के साथ हूं. साथ ही साथ शिवपाल यादव ने बताया निर्णय पार्टी के नेताओं के साथ ईद के बाद बैठक में लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि नेताजी की अगुवाई में आजम खान की मदद होनी चाहिए थी. उन्होंने प्रधानमंत्री की नरेंद्र मोदी की तारीफ की. सपा के इतिहास में बदलाव देखने को मिला है. समाजवादी पार्टी में आंदोलन संघर्ष में नहीं दिखाई नहीं देता है. शिवपाल ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बढ़ती हुई महंगाई पर सरकार को लगाम लगानी चाहिए. जिससे लोगों को राहत मिल सके.
लाउडस्पीकर के सवाल पर शिवपाल का बड़ा बयान
देश में जारी लाउडस्पीकर पर अब सपा से नाराज चल सीनियर नेता शिवपाल यादव ने ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि सैंकड़ों सालों से देश की गंगा-जमुनी तहजीब में भजन, कीर्तन,अजान व गुरुवाणी के स्वर सहअस्तित्व के साथ गूंजते रहें हैं. उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर के आविष्कार के बहुत पहले से किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया. ईश्वर न तब बहरा था और न अब बहरा है. बुनियादी सवाल है कि अचानक शुरू हुए इस फसाद की जड़ कौन है?’