यूपी में अब बीसीए डिग्रीधारी भी विकास खंड मुख्यालय पर बन सकेंगे समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान के तहत होगी नियुक्ति
लखनऊ। प्रदेश में समग्र शिक्षा अभियान को तेजी से संचालित करने के लिए हर विकासखंड व नगर क्षेत्र मुख्यालय सहित 880 एमआइएस (मैनेजमेंट इंफारमेशन सिस्टम) समन्वयकों की नियुक्ति होगी। समन्वयकों की नियुक्ति आउटसोर्स से की जानी है, जिलों में समन्वयकों के चयन में आ रही परेशानी को राज्य परियोजना कार्यालय ने दूर करते हुए नियमों में संशोधन भी किया है। अब बीसीए योग्यताधारी भी समन्वयक बन सकेंगे और उनकी हिंदी टाइपिंग 25 शब्द प्रति मिनट की गई है।
प्रदेश के 75 जिलों के 821 ब्लाक संसाधन केंद्र व 59 नगर संसाधन केंद्र सहित 880 केंद्रों पर प्रति ब्लाक एक एमआइएस कोआर्डिनेटर संविदा पर आउटसोर्स के माध्यम से रखा जाना है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा व राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अनामिका सिंह बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे वित्त, कार्मिक व श्रम विभाग की ओर से जारी शासनादेशों का अनुपालन करते हुए कार्यवाही करें।
इस संबंध में 22 जनवरी, 2021 को ही शासनादेश जारी हो चुका है और 29 जनवरी को चयनित होने वालों की अर्हता तय की गई थी। बेसिक शिक्षा अधिकारी शाहजहांपुर, अमरोहा, कानपुर नगर, हरदोई, गाजीपुर व लखीमपुर खीरी की ओर से कहा गया है कि समन्वयकों के चयन में दिक्कत हो रही है।
बीएसए ने कठिनाई गिनाते हुए बताया कि राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से 29 जनवरी को तय की गई शैक्षिक योग्यता के अनुरूप संबंधित सेवा प्रदाता संस्था ने अब तक अभ्यर्थियों की सूची नहीं उपलब्ध कराई है। साथ ही अर्हता में हिंदी टाइपिंग प्रति मिनट 40 शब्द की गति से कार्य करने वाले दक्ष कार्मिक नहीं मिल रहे हैं। इसलिए अर्हता को शिथिल करने का अनुरोध किया गया।
ऐसे में महानिदेशक ने कार्मिकों की न्यूनतम योग्यता बीटेक या ओ लेवल डिप्लोमा के साथ स्नातक के अलावा बीएससी कंप्यूटर साइंस या बीसीए को भी मान्य कर दिया है। साथ ही हिंदी टाइपिंग 25 शब्द प्रति मिनट और अंग्रेजी टाइपिंग 40 शब्द प्रति मिनट रखी गई है। निर्देश है कि संशोधित अर्हता के अनुरूप कार्मिकों का चयन करके नियुक्ति दी जाए।