भाजपा के विरोध में लखनऊ कैंट क्षेत्र में कर रहा है प्रचार उत्तर रेलवे के चर्चित यूनियन का केन्द्रीय नेता, क्षेत्र वासियों में बना चर्चा
लखनऊ / विधान सभा के दौरान लखनऊ कैंट क्षेत्र में एक रेलवे के यूनियन पदाधिकारी द्बारा भाजपा विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का मामला प्रकाश में आया है जिसे लेकर जनमानस एवं रेल कर्मियों में चर्चा का विषय बना है।
सूत्रों के अनुसार उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल हजरतगंज दफ्तर में सेवा निवृति कर्मचारी जो वर्तमान में चर्चित यूनियन का केन्द्रीय पदाधिकारी है, के द्धारा लखनऊ कैंट विधान सभा क्षेत्र में
भाजपा के विरोध में कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा है। कर्मचारियों पर उनकी समस्याओं मदद न करने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि 2017 के विधान सभा चुनाव में इस नेता ने भाजपा का घोर विरोध किया था यहाँ तक इसने अमेठी में रेलवे कर्मियों सहित आम आदमी पार्टी के पक्ष में मीटिंग भी किया था।
और तत्कालीन केन्द्रीय
रेल मंत्री पीयूष गोयल को एजीएम की बैठक लखनऊ में चल रही थी उसी समय उक्त नेता ने अपने समर्थकों से गमला तोङकर फेंकवा कर विरोध जताया। हालाकि इस कृत्य को देखकर मंत्री जी वापस न्ई दिल्ली चले गये किन्तु बाद में उन्हें तत्कालीन वित्त मंत्री ने किसी दूसरे मामले में अपने चेम्बर में बुलाकर यह चेतावनी दी कि भविष्य में आदत में सुधार नहीं लाये तो आपको मिलने वाली सभी सुविधायें समाप्त कर दी जायेगी, रही बात एनपीएस तो दुबारा लागू नहीं हो सकता।
इन सबके बावजूद भी यह यूनियन का नेता अपने कृत्यों से बाज नहीं आ रहा है। चुनाव में भाजपा को पराजित करने के लिए हर हथकंडा अपना चुका है जिसकी चर्चा रेल कर्मियों के अलावा लखनऊ कैंट क्षेत्र वासियों में जोरों पर है। लोगों का कहना है कि यह नेता भाजपा सरकार का अन्न खा रहा है और लाभ पहुंचाने के लिए विपक्ष के साथ है। लोगों का कहना है कि काश : इसकी गतिविधियां देश के पी एम और वित्त मंत्री तक पहुंचती तो निश्चय ही खामियाजा भुगतना पङ जाता।