पुलिस दरिदों को गिरफ्तार करने के बजाय मामले को लीपापोती करने में जुटी गुलाब चंद राजभर
हिन्दमोर्चा न्यूज़ बलिया संवाददाता एस अहमद
बलिया बिल्थरारोड
अखिल भारतीय राजभर संगठन के जिलाध्यक्ष गुलाब चंद राजभर के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों का एक जत्था वृहस्पतिबार को उभाव थाना क्षेत्र के चौकिया गांव निवासी दुष्कर्म के बाद हत्या की पीड़िता आरती राजभर के परिजनों से भेंट कर घटना के बारे में विस्तरित जानकारी ली। उन्होंने मृतका आरती के परिजनों को ढाढ़स बढ़ाते हुए शासन प्रशासन से न्याय मिलने का भरोसा जताया।
संगठन के जिलाध्यक्ष गुलाब चंद राजभर ने कहा कि मृतका आरती राजभर के परिजनों को न्याय नही मिला तो संगठन बाध्य होकर व्यापक स्तर पर जनसहयोग के माध्यम से जनादोलन की शंखनाद करेगा।
उन्होंने कहा कि मृतका आरती के साथ घटी घटना से साफ प्रतीत होता है कि मनचलों के द्वारा उसके साथ जोर जबरजस्ती के साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई है।जबकि पुलिस इस जघन्य अपराध पर पर्दा डालने के लिए पानी मे डूबा कर मारने की बात कह कर घटना में शामिल मनचलों को बचाने का प्रयास कर रही है।जो सरासर गलत के साथ न्याय के विरुद्ध है।
संगठन अध्यक्ष का कहना है कि मृतका आरती के शरीर पर पड़े कपड़े आधा शरीर से नीचे फटा फूटा व अस्त व्यस्त दिख रहा है।जिससे साफ प्रतीत होता है कि उसके साथ जोर जबरजस्ती के बल पर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई है।इस प्रकरण में पुलिस के द्वारा अबतक की गई कार्रवाई में साफ झलक रहा है कि पुलिस घटना को दूसरे तरफ मोड़कर दोषियों को बचाने में लगी है।
उन्होंने पुलिस को खुले तौर पर चुनौती दिया कि इस जघन्य अपराध में पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की हिला हवाली की गई तो घटना को मोड़ देने वाली पुलिस भी दण्ड पाने के लिए तैयार रहे।घटना के तीसरे दिन बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ रखकर दरिदों को गिरफ्तार करने के बावजूद घटना को लीपापोती करने में जुटी है।
इस मौके पर सतेंद्र राजभर,भीम राजभर,डॉ सतीश राजभर,मिठू राजभर,शिवकुमार राजभर,रामाधार प्रधान,दिलीप राजभर प्रधान,जसुराम राजभर आदि रहे।
वहीं इस मामले मे क्षेत्राधिकारी शिव नारायन वैश्य का कहना है। कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे पानी मे,डुबने से मौत की पुष्टि हुई है।मेडिकल रिपोर्ट मे कुछ अभी साफ नही है।
अज्ञात के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस की तीन टीम बनाई गई है ,जो जांच कर रही है।
अब तक इस जघन्य हत्या कांड का खुलासा न हो पाने से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है।जनता यह जानने के लिए ब्याकूल है कि इसमे दोशी कौन है।और चाहती है कि दोषी पकड़े जाए। उन्हे कडी सजा मिले।