देखिए वीडियो!कप्तान साहब! बसखारी का जालिम थानेदार न्यायालय के आदेश का उड़ाता है माखौल

एम. एल. शुक्ल
-
पीड़ित की भूमि पर गुंडई के बल पर हो रहा अवैध कब्जा
-
विपक्षी का बेटा पुलिस विभाग में एसआई होने का दिखा रहा जलवा
-
स्थानीय थाने से लेकर मुख्यमंत्री तक पीड़ित ने लगाई गुहार
-
तीन न्यायालयों के स्थगन आदेश को खुला चैलेंज कर रही बसखारी पुलिस
अंबेडकरनगरl बसखारी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पटना मुबारकपुर पोस्ट स्थित थाना बसखारी में गुंडई और दबंगई के बल पर वर्दी की हनक पर पीड़ित की भूमि पर कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है जिसमें तीन-तीन न्यायालयों के स्थगन आदेश भी जारी हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पटना मुबारकपुर पोस्ट अछती में भूमि गाटा संख्या 519 रकबा 0.0330 हेo का संक्रमण भूमि जिसमें पीडित रामआशीष पुत्र उदय राज का 1/2 अंश के हिस्से का हकदार है। किंतु विपक्षीगण अपनी गंदी नियत षड्यंत्र के तहत गुंडई और दबंगई के बल पर इंद्रदेव वर्मा और परम देव वर्मा पुत्रगढ़ दुर्गा प्रसाद, आलोक वर्मा और आयुष वर्मा पुत्रगढ़ इंद्रदेव ,प्रदीप कुमार, दिलीप कुमार, विद्या देवी ,बलराजी, पंकज वर्मा और पवन वर्मा पुत्रगढ़ कन्हैया प्रसाद बसखारी पुलिस की सांठगांठ से पीड़ित के हिस्से की भूमि पर अवैध कब्जा करने की नियत से पक्का निर्माण करवा रहे हैं इतना ही नहीं भूमि पर लगे बड़े-बड़े हरे पेड़ों को बसखारी पुलिस की मौजूदगी में बेतहाशा काट रहे हैं।
जबकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है और भूमि मामले में माननीय न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश किया गया है। पीड़ित द्वारा उपजिलाधिकारी आलापुर के न्यायालय में वाद संख्या 2462/2020 बउन्वान मुकदमा राम आशीष बनाम इन्द्रदेव आदि अन्तर्गत धारा -116 उप्रo भू राजस्व संहिता प्रस्तुत किया जिसमें न्यायालय द्वारा एक सितंबर 2020 को पक्षगढ़ को मौके पर यथास्थिति कायम रखने का आदेश पारित किया गया।
न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद दबंग और गुंडई प्रवृति के विपक्षीगण पीड़ित की भूमि को षड्यंत्र के तहत गोलबंदी करके अवैध कब्जा करने की नियत से पक्की दीवाल कायम करके टीन सेट रखने की फिराक में है और जब भी पीड़ित द्वारा आपत्ति की जाती है तो यह दबंग विपक्षीगण मारपीट,आमदा फौजदारी हो जाते हैं इतना ही नहीं जान से मारने की धमकी भी देते हैं। पीड़ित द्वारा दर्जनों से अधिक बार बसखारी थाने में प्रार्थना पत्र देने के बावजूद प्रार्थी की कोई सुनवाई नहीं की जाती है।
कार्रवाई कर रहा तो बहुत दूर की बात है। पुलिसिया रौब जरूर दिखाया जाता है साहब गाली- गलौज देकर भगा देते हैं प्रार्थना पत्र को दीवान कूड़ेदान में डाल देता है इतना ही नहीं जब पीड़ित प्रार्थी की पत्नी इंद्रावती वर्मा थाने पर गई तो उसके साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया जिसका सबसे बड़ा कारण दबंग विपक्षियोंं में पवन कुमार पुत्र कन्हैया प्रसाद जो कि पुलिस विभाग में दरोगा के पद पर कार्यरत है। अपनी वर्दी का पावर दिखाते हुए बसखारी थाने को मानो अपनी जेब में रखता है बसखारी पुलिस उसी के इशारे पर काम कर रही हैं।
ऐसे में उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार का दावा पूरी तरह हवा हवाई साबित हो रहा है जबकि सरकार ने गुंडों, बदमाशों, भूमाफिया को खुला चैलेंज करती है और उन पर बुलडोजर चलाती है ऐसे सरकार के फरमान को भी बसखारी पुलिस अपने बूटो तले कुचल रही है।
पीड़ित ने स्थानीय थाने से लेकर पुलिस कप्तान और हार मानकर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री से भी अपने हक को सुरक्षित रखने और दबंग विपक्षियों के कृत्य को द्वारा किए जा रहे हैं अवैध निर्माण को रोकने जान माल की सुरक्षा एवं दबंग विपक्षियों के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्रवाई किए जाने की मांग की है। विपक्षी अपने आप को इतना दबंग और सबल मानते हैं कि मानो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हो या न्यायालय का आदेश या फिर बसखारी पुलिस सब उनकी जेब में रहती हो। आखिरकार सवाल बहुत बड़ा है कप्तान साहब क्या इस गरीब असहाय पीड़ित को न्याय मिलना गुनाह है।
पीड़ित का बयान— मेरा पूरा परिवार डरा और सहमा हुआ है और विपक्षियों का मनोबल इस कदर बढ़ता जा रहा है कि अवैध निर्माण कार्य निरंतर जारी है और पेड़ों की बेतहाशा कटान की जा रही है आखिरकार मुझ पीड़ित को न्याय कैसे मिलेगा क्यों नहीं मिल रहा है क्या गलती है मेरी जो मेरे साथ इतना बड़ा अन्याय किया जा रहा है। यह दबंग विपक्षीगण अक्सर धमकी देते रहते हैं कि तुम कहीं भी चले जाओ मेरा कुछ नहीं उखाड़ पाओगे हम जो चाहेंगे वही होगा।