दलित के घर भोजन से नहीं शिक्षा से समाज सुधरेगा राधेश्याम यादव
हिन्दमोर्चा न्यूज़ ब्यूरो रिपोर्ट बलिया
(बलिया) दलित के घर खाना खा रहे कैबिनेट मंत्री ,उसी गांव के बच्चों मे शिक्षा की अलख जगा रहे राधेश्याम यादव कितना अंतर है कहा दलित के घर भोजन से नहीं शिक्षा से समाज सुधरेगा, कहा सबकी शिक्षा एक समान हो
पूर्व ,वर्तमान सांसद व विधायक अपने बच्चों की तरह वोट देने वाले के बच्चों को पढ़ने की व्यवस्था करें नहीं तो सरकारी सुविधा छोड़ें। बलिया के प्रभारी कैबिनेट मंत्री संजय निषाद जिस दलित प्रधान योगेंद्र धुसिया के घर खाना खाए थे ।
बुधवार को समान शिक्षा संघर्ष मोर्चा के संयोजक अपने साथियों के साथ गांव भारखड़ा में कॉपी कलम बांटकर समान शिक्षा के लिए लोगों को जागरूक किया गया साथ में विनोद मानव, अरशद हिंदुस्तानी, कृष्णा, दिनेश धोतिया, सूर्यनारायण ,रामबली मौजूद रहे।
देशभर में समान स्तर की शिक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर पिछले 5 वर्षों से पैदल यात्रा करके जन जागरण अभियान में जुटे राधेश्याम की मांग है कि देश में एक समान शिक्षा व्यवस्था होनी चाहिए जिस स्कूल में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ,आइएस ,और आई०पी०एस, अधिकारी का बेटा शिक्षा प्राप्त करता है उसी में चपरासी, किसान और मजदूर का बेटा भी शिक्षा ले ,उनका मानना यह है कि असमानता शिक्षा व्यवस्था ने ही देश में असमानता का बीज बोया है ।
अपने अभियान के सिलसिले में राधेश्याम पिछले 5 वर्षों के दौरान देश के कई राज्यों में पदयात्रा कर चुके हैं वह बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश ,पंजाब ,हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ ,गुजरात ,उत्तराखंड ,महाराष्ट्र, राजस्थान सहित कई राज्यों में पदयात्रा करके राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं राधेश्याम के अभियान को विभिन्न दलों के कई राजनेताओं और प्रबुद्ध नागरिकों का समर्थन मिला हुआ है.