टांडा विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय लड़ाई होने से ठेकेदार,भूमाफिया व छुटभैया नेता हुए बेचैन
टांडा(अम्बेडकरनगर) : टांडा विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने के कारण भू माफियाओं और ठेकेदारों में जबरदस्त बेचैनी नजर आ रही हैं कुछ ठेकेदारों पहले बसपा ,फिर सपा अब भाजपा में पैठ बना कर कमाई करने के रास्ते खोले हुए है ये सभी पार्टियां पहले बसपा के खेमे में चल रहे थे सरकार बनने के बाद समाजवादी पार्टी में खेलने लगे उसके बाद भाजपा की सरकार में रम गये भाजपा खेमे में खेलने लगे लेकिन चुनाव प्रचार के बाद त्रिकोणीय मुकाबला होने से इनमें जबरदस्त बेचैनी हैl
उनके माथे पर पसीना आ रहा है आखिर किसकी सरकार बनेगी ठेकेदारों भू माफियाओं के अलावा कुछ छूट भैया नेता भी हैं इनकी बेचैनी बढ़ती जा रही है है कि किसकी सरकार बनेगी और हमारा विधायक कौन होगा? और किससे हम अपना काम कराएंगे ? अपना गठजोड़ बनाये रखने के लिए चाय पान की दुकानों पर किसी को हारा रहे है तो किसी को जिता रहे है इन छुटभैया नेताओ, भूमाफियाओ तथा ठेकेदारो पर टांडा की जनता की निगाह भी लगी हुईl
आखिर ये किस पार्टी में कूदते है इन पर सबकी निगाह लगी हुई है इन्ही के कारण पार्टियों की छवि भी खराब होती है इनके द्वारा सरकार बदलते ही दलबदल का खेल खेला जाता है अब सवाल उठता है कि आखिर किस पार्टी की सरकार बनेगी ? और जो विधायक या मंत्री बनेगा इन छुटभैया नेताओं कितना तवज्जो देगा यह अभी भविष्य के गर्त में है गौरतलब है कि पिछले कई बार से यह देखा जा रहा है कि छुटभैये नेता अपनी नेता गिरी चमकाने में सभी पार्टियों मेल मिलाप शुरू कर दिये है ।