टांडा कोतवाली क्षेत्र में धार्मिक स्थलों से अब तक ‘अवैध’ रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर हटाए गए
टांडा(अम्बेडकरनगर)। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर टांडा कोतवाली क्षेत्र में धार्मिक स्थलों से अब तक ‘अवैध’ रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर हटाए गए हैं कार्रवाई के दौरान कुल डेढ़ दर्जन ध्वनि विस्तारक यंत्र धार्मिक स्थलों से हटाया गया और अनेक स्थानों पर वैध ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज धीमी की गई है।
प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर अवैध रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर उतारने और वैध लाउडस्पीकर की आवाज कम करने के सिलसिले में एक अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत बुधवार दोपहर तक डेढ लाउडस्पीकर हटाए गए हैं और अनुमति वाले ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज अनुमन्य सीमा तक कम की गई है।
टांडा कोतवाल विजेंद्र शर्मा ने कार्रवाई के बारे में आगे बताते हुए, “जो लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं वे अनधिकृत हैं। वे लाउडस्पीकर जो जिला प्रशासन से उचित अनुमति के बिना लगाए गए हैं या जिन्हें अनुमति संख्या से अधिक लगाया गया हैं, उन्हें ‘अनधिकृत’ श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है।”
उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकरों के संबंध में उच्च न्यायालय के आदेशों को भी ध्यान में रखा जा रहा हर किसी को अपनी-अपनी धार्मिक आस्था के हिसाब से पूजा और इबादत करने की आजादी है, लेकिन लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के बाहर नहीं जानी चाहिए ताकि दूसरे लोगों को कोई परेशानी न हो। प्रदेश के गृह विभाग ने ‘अवैध’ रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर को हटाने की कार्रवाई की स्थिति रिपोर्ट आगामी 30 अप्रैल को मांगी है।