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चिलचिलाती धूप में नौनिहालों का और हो बुरा हाल स्कूल समय में परिवर्तन की मांग

अंबेडकर नगर। सूर्यदेव के प्रचंड गर्मी के प्रकोप से संपूर्ण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इंसान से लेकर जानवर तक गर्मी से बेहाल नजर आ रहे हैं। गर्मी की तपन देखकर लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर है। अति आवश्यक कार्य होने पर ही मजबूरी में लोग बाहर निकल रहे हैं वह भी सर पर गमछा,रुमाल, तावल और बाइक सवार हेलमेट, हेलमेट के नीचे गमछा, आंख में चश्मा तरह-तरह के उपाय करके ही निकल रहे हैं के बावजूद हाल बेहाल है। जानवरों का तो हाल बद से बदतर है।

जनपद के तमाम क्षेत्रों में पानी का स्तर तेजी से कम होता जा रहा है और सबसे बड़ी बात सरकारी विद्यालयों से लेकर प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सुबह स्कूल निकलते समय तो मौसम सुहाना होता है किंतु 11:00 बजे के बाद चिलचिलाती और तिलतिलाती धूप मानो कि आंखों की रोशनी को छीन लेगी। गर्मी की तपिश से सारी स्थितियां बिगड़ती जा रही है।

आये दिन किसी ना किसी स्कूलों में छात्रों के परेशान होने का मामला प्रकाश में आ रहा है कहीं छात्र धूप की तपिश से चक्कर खाकर गिर जा रहे हैं तो कहीं धूप की तपिश से सर चक्कर कर रहा है, पल्टियां हो रही हैं, बुखार हो जा रहा है और यह सब स्थितियां देखकर छात्रों के अभिभावकों में डर और दहशत बनता चला जा रहा है।

उन्हें डर है कि गर्मी की तपिश कहीं विषाक्त ना हो जाए और गंभीर बीमारियों का रूप न धारण कर लें। जिला मुख्यालय के आसपास के क्षेत्रों में ही नहीं पूरे जनपद में परिषदीय स्कूलों से लेकर प्राइवेट स्कूलों तक में यह नजारा बहुत ही आसानी के साथ देखने को मिल जाएगा।

कुछ छात्रों के अभिभावकों रामजी, त्रिवेणी राम, ननकू, मोहम्मद आसिफ, शाहीन बानो आदि दर्जनों से अधिक अभिभावकों से जब जानकारी करने का प्रयास किया गया तो सब की एक ही मांग थी की डीएम साहब और बीएसए साहब को स्कूल के समय को परिवर्तन करना चाहिए।विद्यालय सुबह 8:00 से 2:00 बजे तक संचालित हो रहा है जिससे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है छात्र बेहाल है अभिभावक परेशान है तो अध्यापकों के लिए भी यह मुसीबत का सबब है।

स्थितियों का ध्यान में रखते हुए सूर्य देव के प्रचंड चिलचिलाती धूप से बचने एवं बच्चों के सुरक्षित ढंग से शिक्षा ग्रहण करने में कोई समस्या ना उत्पन्न हो इसके लिए विद्यालय के समय में परिवर्तन करते हुए सुबह 07:00 बजे से 11:00 बजे तक विद्यालय संचालित होना छात्रों, अभिभावकों और अध्यापकों सभी के हित में है। जिस पर विचार किया जाना अति आवश्यक है। स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए इस विषय पर महत्वपूर्ण चर्चा करते हुए समय में परिवर्तन करने की जरूरत है।

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