गरीब बेटियों की शादी के लिए बनाए गए बारात घर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में
टांडा (अम्बेडकरनगर) : जिस स्थान पर कभी शहनाईयां गूंजती थी वहां अब वीरानी देखने को मिलती है जश्न की जगह कूड़े की बदबू उठ रही है। गरीब बेटियों की शादी के लिए बनाए गए बारात घर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है ऐसे में लोगों को शादी-विवाह के लिए महंगे दर पर गेस्ट हाउस बुक कराना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बारातघर के जीर्णोद्धार की मांग की हैl
नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) द्वारा टाण्डा नगर पालिका क्षेत्र के नेहरूनगर मोहल्ले में बारात घर का निर्माण दस वर्ष पूर्व करवाया गया था। इसके निर्माण से गरीबों को काफी लाभ मिला था। गरीबों एवं मध्यम वर्ग के लोगों को बेटी के हाथ पीले करने में महंगे गेस्ट हाउस का सहारा नहीं लेना पड़ता था बल्कि इस बारात घर में ही इलाके की तमाम शादियां होने लगी।
इस बारात के लिए सामने सोलरलाइट लगी थी उसी सोलर से पूरे बारात घर की बिजली जलती थी । देखरेख के अभाव मे यहा लगा सोलर व उसके उपकरण सब खराब हो गये । नतीजा यह हुआ कि यहां विगत कुछ वर्षो से शहनाई की गूंज नहीं सुनाई देती है। धीरे-धीरे यहा के प्लास्टर उखड़ने लगे ।
जिससे यह बारातघर पर अंधकार के बादल छा गये मोहल्ले के निवासी सामाजिक कार्यकर्ता विवेक मोदनवाल ने एसडीएम से लेकर जिलाधिकारी तक बरातघर के जीर्णोद्धार के लिए गुहार लगाई लेकिन कोर्ट कार्रवाई नही हुई विवेक मोदनवाल का कहना है कि प्रशासन से लेकर अन्य अफसरों तक से बारातघर के जीर्णोद्धार के लिए गुहार लगवाई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
जिससे यह बारातघर जीर्ण-शीर्ण अवस्था मे पड़ा हुआ है अगर इस बारातघर का कायाकल्प हो जाय गरीबो को सहालग मे ऊंचे दर पर गेस्टहाउस नही बुक कराना पड़ेगा जिससे ग्रामीणो को अपने बेटियों हाथ पीले करने मे एक सहारा हो जायेगा ।मोहल्लेवासियो ने मंडलायुक्त से बारातघर के जीर्णोद्धार की मांग की है ।