सोनौली में चौड़ी हुईं सड़कें, पर अस्थायी अतिक्रमण से पैदल चलना हुआं दुश्वार
हिन्दमोर्चा न्यूज महराजगंज/ सोनौली।
भारत नेपाल बार्डर का सोनौली क्षेत्र की सभी प्रमुख सड़कों पर अस्थायी अतिक्रमण से पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है। यह स्थिति तब है जब कस्बे में जाम की समस्या को दूर करने के लिए सड़कों का चौड़ीकरण कर दिया गया।
लेकिन स्थिति यह है जो सड़कें हाइवे जैसी चौड़ी दिखती हैं दिन में वही सड़क की सूरत तंग गली जैसी बन जाती है। इस समस्या के पीछे मुख्य वजह यह है कि सड़क के किनारे स्थित अधिकांश दुकान दिन में अपनी दुकान बढ़ाकर रोड के किनारे लगा रहे हैं। फुटपाथ को वाहन स्टैंड के रूप में प्रयोग किया जा रहा है।
भारत नेपाल बार्डर पर सबसे व्यस्त चौराहा है। प्रमुख व्यवसायिक गतिविधियों का केन्द्र होने की वजह से यहां ट्रैफिक की भारी भीड़ रहती है, लेकिन चौराहे के इर्द-गिर्द पटरी पर ठेला वालों का अस्थायी कब्जा होने से यहां दिन में कई बार जाम की नौबत बनती रहती है।
ट्रैफिक को संभालने के लिए पुलिस भी चौराहे पर तैनात है, लेकिन वह तभी हरकत में आते हैं जब किसी अफसर की गाड़ी निकलती है या फिर जाम लंबा हो जाता है।
सोनौली से गोरखपुर रोड पर स्थित यह चौराहा भी प्रमुख है। यहां सड़क चौड़ीकरण होने के बाद चौराहा पहले की तुलना में अधिक चौड़ा हो गया, लेकिन इस चौराहे पर भी सड़क पर ही अस्थायी रूप से कारोबारी गतिविधियां संचालित हो रही हैं।
अन्य चौराहों की तरह यहां भी कुछ लोगों की निजी आमदनी के चक्कर में सामान्य लोग जाम की समस्या हर दिन झेल रहे हैं।
रोडवेज बस स्टेशन के दोनों गेट को प्राइवेट सवारी वाहनों ने अपना अस्थायी स्टैंड बना लिया है। इससे सरकार को राजस्व की हर दिनों हजारों रुपए की क्षति पहुंच रही है। इसके अलावा प्राइवेट वाहनों के सड़क पर ही खड़ा रहने से हर वक्त जाम बना रह रहा है। इससे अन्य वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।
सोनौली कस्बे में अन्य वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था नहीं पर टर्को की पार्किंग है। जाम की सबसे बड़ी समस्या यह है कि दुकानदार सड़क तक अपने सामान को बेचने के लिए फैला लिए हैं। ग्राहक भी दुकान के सामने ही गाड़ी खड़ी कर दे रहे हैं। दूसरी समस्या यह है कि कस्बे में पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है।
अधिकतर चार पहिया वाहन सड़क के किनारे खड़े किए जा रहे हैं। कई दुकानदार भी चार पहिया गाड़ी से आते हैं। उनकी गाड़ी दिन भर सड़क के किनारे खड़ी रहती है। इसी से लोग जाम में फंसते रहते हैं। जो गोरखपुर से टैक्सी आती है वह भी सड़क पर ही सवारी भरती है ।