सर्वेश व दुर्गेश ने पीजीआई लखनऊ जाकर किया प्रसूता को रक्तदान, मदद को आगे आये समाजसेवी अभिनव सिंह “बंटी”
Report : नवजोत सक्सेना
बरेली ।। कहते हैं कि “रक्तदान-महादान”। कहावत से प्रेरित होकर कन्नौज के दुर्गेश व बरेली के सर्वेश ने पीजीआई लखनऊ पहुंच कर प्रसूता के 7 माह के भ्रूण को रक्तदान कर मिसाल पेश की। दरअसल पीलीभीत की विजेता सक्सेना का इलाज पीजीआई लखनऊ डॉ मन्दाकिनी प्रधान से चल रहा है इलाज के दौरान डॉ ने बताया कि गर्भ में स्थित 7 माह के भ्रूण का हीमोग्लोबिन कम है व उसे तुरंत ही ओ-निगेटिव रक्त की सख्त जरूरत है व रक्त भी ताज़ा ही चढ़ेगा न कि ब्लड बैंक का स्टॉक किया हुआ.
चुनौती थी ओ-निगेटिव रक्तदाता को ढूंढने की
ऐसे में विजेता सक्सेना के पति दिलीप सक्सेना के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी ओ-निगेटिव रक्तदाता को ढूंढने की , दो दिन के संघर्ष के बाद भी जब दिलीप को कोई रक्तदाता नहीं मिला तो उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया चंद घण्टों में उनके रिश्तेदारों एवं सहयोगियों ने पोस्ट वायरल कर दी जिसे कन्नौज के दुर्गेश ने देखकर दिलीप से सम्पर्क साधा दुर्गेश एक प्राइवेट कंपनी में आगरा में कार्यरत हैं जिनका ओ-निगेटिव ब्लड ग्रुप है दुर्गेश ने पीजीआई पहुंच कर अपना रक्तदान किया ।
बकौल दुर्गेश उन्होंने पहली बार रक्तदान किया । लेकिन इतना ही नहीं अब दिलीप सक्सेना को दूसरी यूनिट की भी व्यबस्था करनी थी जिसके लिए अभिनव सिंह जो कि बरेली में अपना खुद का ब्लड बैंक चलाते हैं प्रसूता की मदद को आगे आये उन्ही के ब्लड बैंक में कार्यरत सर्वेश का ब्लड ग्रुप ओ-निगेटिव है उन्होंने दिलीप सक्सेना जी से सम्पर्क कर सर्वेश को पीजीआई लखनऊ रवाना किया ।
अभिनव सिंह बंटी , सर्वेश व दुर्गेश का शुक्रगुजार हूँ जिन्होंने मानवता का परिचय देते हुए लखनऊ पहुंच कर रक्तदान किया मैं कभी भी ये कर्ज़ नहीं उतार पाऊंगा।- दिलीप कुमार सक्सेना
मानव सेवा की इच्छा से ही कार्य कर रहा हूँ कोशिश रहती है हर जरूरतमंद तक जरूरत पहुंचे , व्यापार से अधिक समाजसेवा को ही परम् कर्तव्य समझता हूँ। – अभिनव सिंह ‘बंटी’ ( डायरेक्टर निजी ब्लड बैंक )