नौतनवां में दिव्यांग भाई-बहन आधार कार्ड न होने से सरकार की तमाम योजनाओ से वंचित है
हिन्दमोर्चा न्यूज महराजगंज/ नौतनवां।
मजबूर व जरूरतमंदों के लिए शासन-प्रशासन की तमाम योजनाएं हैं। इन योजनाओं का लाभ भी लोगों को मिलता है। लेकिन इस बीच तमाम ऐसे बेबस होते हैं, जिनको किसी न किसी अड़चन के कारण सरकारी इमदाद नहीं मिल पाती है।
कुछ इसी तरह का मामला नौतनवां के आंबेडकर नगर मोहल्ले में रहने वाले दिव्यांग भाई-बहन का है। आधार कार्ड नहीं बन पाने के कारण ये भाई-बहन तमाम सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं पा रहे हैं। जबकि ये जरूरत मंद हैं। आधार कार्ड के लिए वे डाक विभाग, बैंक से लेकर अफसरों के दर पर दौड़ लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक निराशा ही हाथ लगी है।
नौतनवा कस्बे के आंबेडकर नगर मोहल्ले के एक परिवार के दो दिव्यांग आधार कार्ड नहीं होने की वजह से तमाम सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से वंचित रह गए हैं। हालात यह है कि पिछले कुछ वर्षों से राशन कार्ड पर मिलने वाला राशन तक बीते दो वर्षों से बंद हो चुका है। मेहनत-मजदूरी कर घर गृहस्थी चलाने वाला यह परिवार अपने दो दिव्यांग बच्चों की परवरिश कैसे करें? इसको लेकर उनकी चिंताएं बढ़ती जा रही हैं।
लतीफ आंबेडकर नगर के निवासी हैं। उनकी पत्नी नजमा से उनके दो बच्चे अब्दुल्ला (28) व जन्नतुल (26) हैं और दोनों जन्मजात दिव्यांग हैं। किसी तरह से तो उन्होंने बचपन में भागदौड़ कर तमाम प्रयास उनके इलाज के लिए किए, लेकिन मेहनत मजदूरी कर घर चलाने के अलावा कोई और संसाधन ना होना इस राह में बाधक बन गया।
अब उनके दोनों बच्चे बड़े हो चुके हैं और दोनों बिस्तर पर हैं। लतीफ कहते हैं कि आधार कार्ड बनवाने के लिए अधिकारियों से लेकर हर मदद कर सकने वाले तक के दरवाजे पर दस्तक दी, लेकिन आज तक उनके दिव्यांग बच्चों का आधार नहीं बन सका।
किन कारणों से आधार कार्ड नहीं बना है, इसकी जानकारी नहीं है। इस मामले की जांच कराई जाएगी। जो भी दिक्कतें आ रही हैं, उन्हें दूर कराकर आधार कार्ड बनवाकर योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
राम संजीवन मौर्य, एसडीएम-नौतनवा।
यदि पहले सुविधाएं मिल रही थीं, तो मिलनी चाहिए। मामले की निश्चित ही जांच कराई जाएगी। विभाग द्वारा जो भी हो सकता है, इन दोनों बच्चों को योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। बहुत सारी योजनाओं में आधार कार्ड लिंक ना होने की वजह से भी इस तरह की दिक्कतें आती हैं।डॉ. राकेश कुमार, एसीएमओ।
हिन्दमोर्चा तहसील प्रभारी नौतनवां रतन गुप्ता की रिपोर्ट।