ड्यूटी पर भारी आस्था : पुलिस वालों ने बंदी की हथकड़ी खोल कराए कल्पवृक्ष के दर्शन, वज्र वाहन से लाने का वीडियो वायरल
हमीरपुर। अक्सर फेसबुक और वाट्सएप पर आने वाले धार्मिक संदेश आस्था का हवाला देकर दस लोगों को भेजने की बात लिखी होती है। इसकी कुछ लोग अनदेखी कर देते हैं तो कुछ लोग अनुसरण करके फारवर्ड कर देते हैं। शायद कुछ ही ऐसी ही आस्था की मांग पुलिस ड्यूटी पर भारी पड़ गई। वज्र वाहन से कोर्ट की पेशी पर लाए गए बंदी की हथकड़ी खोलकर पुलिस सिपाही कल्पवृक्ष के दर्शन कराते नजर आए। बंदी को कल्पवृक्ष के साथ कालीमाई मंदिर के भी दर्शन कराए। बिना हथकड़ी घूम रहे बंदी का वीडियो वायरल होने पर सिपाहियों की लापरवाही उजागर हुई तो महकमे में खलबली मच गई है। बंदी और पुलिस वाले कहां के हैं, यह पता नहीं चल सका है।
मंगलवार से वायरल हो रहे वीडियो में वज्र वाहन (यूपी 71 जी 0091) कोर्ट से बस स्टैंड जाने वाले रास्ते पर आधा किमी दूर कल्पवृक्ष की ओर जाता दिख रहा है। कल्पवृक्ष के पास पहुंचने पर वाहन में बैठे बंदी को उतारा गया और हथकड़ी खोलकर उसे दर्शन कराए गए। कुछ देर तक बंदी घूमता रहा। हालांकि, जागरण डाट काम वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
एएसपी अनूप कुमार सिंह का कहना है कि यह जिले की पुलिस नही है। बंदी कहां से आया और कौन सुरक्षा में लगा था, इसकी जांच कराते हुए संबंधित जिले के अधिकारियों को सूचना दी जाएगी। फतेहपुर जिला जेल के अधीक्षक मोहम्मद अकरम खान ने बताया कि जेल से 28 अप्रैल को एक मुस्लिम कैदी ही हमीरपुर भेजा गया था, उसके बाद कोई नहीं भेजा गया। प्रतिसार निरीक्षक अशोक पांडेय ने एक माह में कोई कैदी हमीरपुर पेशी पर भेजे जाने से इन्कार किया। यह भी कहा कि वीडियो में दिखने वाला वज्र वाहन के नंबर वाला का कोई वाहन जिले में नहीं है।