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आजादी का अमृत महोत्सव किसान मेला व कृषि प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

अम्बेडकरनगर/ भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान के अंतर्गत किसान मेला आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय,अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, पांती में कार्यक्रम कृषक भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान के अंतर्गत किसान मेला व प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें 120 महिला कृषक व 200 कृषकों ने सहभागिता की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ मिथलेश त्रिपाठी ने जैविक खेती/प्राकृतिक खेती के उत्पादन प्रौद्योगिकी प्रचार प्रसार, विपणन तथा लाभों की जानकारी देते हुए जनपद में नवीन कृषि पद्धतियों को अपनाकर जैविक उत्पादन की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ आशुतोष कुमार मिश्र संयुक्त कृषि निदेशक अयोध्या मंडल ने अपने संबोधन में खाद्यान्न उत्पादन के अंतर्गत तिलहन व दलहन उत्पादन बढ़ाते हुए आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को दृष्टिगत रखते हुए जैविक खेती/प्राकृतिक खेती पर ज्ञानार्जन कराया।

डॉ0 राज मंगल चौधरी, प्रभारी उप कृषि निदेशक/भूमि संरक्षण अधिकारी, अंबेडकर नगर ने कृषि संबंधित विभिन्न योजनाओं को विस्तृत जानकारी दी। विश्व हिंदू परिषद जिला अध्यक्ष प्रदीप पांडे ने खेती के बदलते स्वरूप में भारतीय प्राकृतिक खेती अपनाने का सुझाव दिया ताकि जनपद में कृषक जैविक उत्पादन करके विश्व बाजार में निर्यात कर सके।

कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ रामजीत ने कृषि में उन्नत तकनीकि सहित फसलों उत्पादन के साथ-साथ विभिन्न कृषि उत्पादन पद्धतियों के अपनाने पर बल दिया तथा नए कृषि उद्यम स्थापित कर अधिक आय प्राप्त करने का सुझाव दिया। इसको के क्षेत्र अधिकारी श्री विवेक त्रिवेदी ने फसलों उत्पादन में कृत्रिम उर्वरकों के स्थान पर नैनो उर्वरकों के प्रयोग पर तकनीकी जानकारी से अवगत कराया। साथ ही मृदा में जीवांश बढ़ाने के लिए हरी खाद के अंतर्गत ढेंचा व सनई पलटकर जीवांश बढ़ाने का भी ज्ञानार्जन कराया।

श्री अनुज कुमार सिंह जनपदीय सलाहकार, ने कार्यक्रम का संचालन किया। पशुपालन वैज्ञानिक डॉक्टर विद्यासागर ने भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पशुपालन को अपनाना, गोमूत्र गोबर से बीज अमृत, जीवामृत व तरल कीटनाशक बनाने तथा प्रयोग की तकनीक का प्रचार प्रसार किया।

फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ प्रदीप कुमार ने मोटे अनाज, तिलहन उत्पादन व जब संशोधित बीज उत्पादन के प्रयोग द्वारा खाद्यान्न उत्पादन की जानकारी देते हुए बताया कि खरीफ में सांवा, कोदों, तिल, मूंगफली आदि तथा रबी में लाही,सरसों, अलसी,कुसुम, तिलहन व दलहन उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

पादप प्रजनन वैज्ञानिक डॉ रत्नाकर पांडे ने उन्नत बीज के प्रयोग द्वारा सूक्ष्म तत्व रूपांतरित फसलों के उत्पादन की जानकारी देते हुए प्राकृतिक खेती/जैविक खेती उत्पादन का ज्ञानार्जन कराया।

इस कार्यक्रम में 20 प्रगतिशील कृषक व महिलाओं को पुरस्कृत भी किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा नेता श्री विवेक पांडेय,अतुल वर्मा, दीपक तिवारी शिव प्रसाद पांडे सहित लगभग 350 कृषक तथा केंद्र के क्षेत्र प्रबंधक डॉक्टर सतीश कुमार सिंह यादव, कार्यालय अधीक्षक श्री सुरेश प्रताप सिंह, कंप्यूटर प्रोग्रामर श्रीमती शशि प्रभा आनन, स्टेनोग्राफर श्री गंगेश गिरी, वाहन चालक श्री दिनेश शर्मा एवं श्री संदीप कुमार मौजूद रहे।

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