आखिर कब हटेगा तालाब बैरमपुर बरवा से चरागाह, घूरगड्ढा खलिहान जैसी जमीनों से अवैध कब्जा
अम्बेडकरनगर l उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान को भी करता है नजरअंदाज लेखपाल शिव प्रसाद तिवारी तनख्वाह से जी नहीं भरा तो बाबा के बुलडोजर का ही ले लिया सहारा इनका बस चले तो बाबा के बुलडोजर का तेल और टायर निकाल कर बेंचदें।
आपको बता दें कि पिछले 3 सालों से लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहे शिकायतकर्ता हरी प्रसाद वर्मा लेकिन आज तक नहीं हुआ सुनवाई जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नदी तालाब चरागाह घूरगड्ढा खलिहान जैसी जमीनों को कब्जा मुक्त करवाने को कहा तो वहीं हर जिलों में राजस्व की टीम एक्टिव नजर आई ग्राम बैरमपुर बरवा में सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाए बैठे भू माफियाओं को बचाने का ठेका ले रखा लेखपाल शिव प्रसाद तिवारी जब हरिप्रसाद वर्मा ने अपने ही गांव की इस तरह की जमीनों को पैमाइश करने को कहा तो पहले लेखपाल सुनना ही नहीं चाहता फिर पैसे की डिमांड की.
शिकायतकर्ता हरी प्रसाद वर्मा ने कहा कि यह सब सार्वजनिक चीजें हैं मैं इन पर पैसा नहीं खर्च करूंगा कुछ दिन इंतजार किया जब लेखपाल शिव प्रसाद तिवारी ने दोबारा पैसे की बात कही तो हरी प्रसाद वर्मा ने मुख्यमंत्री सहित जिले के कई उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर इसकी लेखपाल के हरकतों के बारे में बताया शिव प्रसाद वर्मा ही जैसे लेखपालों की वजह से जीएस की जमीनों पर कब्जा कराने का बहुत ही अहम रोल रहता है.
लेखपालों का बीते कुछ दिन पहले अधिकारियों ने शिकायत पत्र को संज्ञान लिया और शिव प्रसाद तिवारी को पैमाइश करने पहुंचे लेकिन उनके द्वारा तालाब चरागाह घूरगड्ढा खलिहान जैसी जमीनों के बजाय कहीं और पैमाइश किया गया जबकि शिकायतकर्ता ने अपने शिकायती पत्र में साफ शब्दों में जीएस की जमीनों का खाता संख्या सहित दिया था.
आखिरकार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किस बात की तनख्वाह देती है शिव प्रसाद तिवारी लेखपाल को जो लोगों से पूछते हैं कि इस तरह की जमीन की खाता संख्या बताओ और नक्शे में दिखाओ हरी प्रसाद वर्मा का कहना है कि बैरमपुर बरवा में लेखपाल से नहीं बल्कि राजस्व की टीम गठित करा कर पैमाइश कराई जाए जिससे सार्वजनिक जमीने लोगों के काम आये।