अमेठी : पूर्व प्रधान समेत आधा दर्जन लोगों ने किया करोड़ों के तालाब की भूमि पर कब्जा एवं निर्माण. हाई कोर्ट और शासन के आदेश पर भारी पड़ रहा आरोपियों की रिश्वत
👉काश मुख्यमंत्री जी मामले को लेते संज्ञान, ग्रामीणों के स्वर मुखर
लखनऊ। शासन द्वारा सरकारी जमीनों से अवैध कब्जा हटवाए जाने का आदेश भले ही इन दिनों चर्चा में है और उसके पालन से भू माफियाओं में हड़कंप मचा है किंतु अमेठी जिले में राजस्व महकमा के भ्रष्टाचार के चलते कोई असर नहीं है ऐसे ही एक मामले को लेकर ही जिले का शिकायतकर्ता हाईकोर्ट से लेकर प्रशासन और शासन तक चक्कर लगा रहा है।
जिले के बांहा पुर निवासी जयप्रकाश तिवारी आदि ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में अवगत कराया है सदर तहसील अमेठी मजरे बांहापुर में गाटा संख्या 426 रकबा 0. 6320 हेक्टेयर 451 रकबा 0.010 0 जो हेक्टेयर तालाब खाते की सुरक्षित भूमि है पर गांव के ही दबंग भूमाफिया विनोद कुमार पाठक, सत्य प्रकाश पाठक, शिवप्रताप पाठक ,रामेश्वर पाठक आदि ने अवैध रूप से दशकों से कब्जा करके निर्माण कर लिया है।
जिससे ग्रामीणों के घरों की जल निकासी नहीं हो पा रही है। इसके अलावा शिकायतकर्ता ने मामले को कई बार प्रशासन और शासन के संज्ञान में लाया है। मामले में हाईकोर्ट द्वारा अवैध कब्जा हटवाये जाने का आदेश निर्गत है। शिकायतकर्ता का आरोप है इन अवैध कब्जे दारों में विनोद कुमार पाठक प्रधान होते रहे जिनके प्रभाव व प्रलोभन में जिले की प्रशासनिक मशीनरी निष्पक्ष जांच एवं कार्यवाही से पीछा खींचती आ रही है।
आरोप है कि जब किसी शिकायती पत्र की जांच आती है तो तहसील से लेकर जिले के हाकिम तक को अवैध कब्जेदारों द्वारा रिश्वत पहुंचा कर मामले को ठंडे बस्ते में डलवा दिया जाता है। लोगों का कहना है कि काश मुख्यमंत्री जी मामले को संज्ञान लेते जिससे तालाब की अवैध भूमि में अवैध कब्जेदारों से कब्जा हट जाता और मामले में लीपापोती करने वाले अधिकारी और कर्मचारी भी दंडित होते।