पारिवारिक कलह छीन रहा अमनोल जीवन
खडडा /कुशीनगर (हिंदमोर्चा संवाददाता) दरकते सामाजिक तानाबान व आपसी रिश्ते में बढते कड़वाहट का शिकार हो तीन दिन मे तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली। तीनो लोग निम्न आय वर्ग के व तीस वर्ष से कम आयु के थे। तीन केस से यह समझा जा सकता है कि रिश्ते में आ रही दरार किस तरह जिन्दगी छीन रही है।
केस नम्बर 1
खडडा थाना क्षेत्र के कोपजंगल गाँव निवासी श्रीनिवास 29 वर्ष (होमगार्ड)शनिवार की रात्रि में पत्नी से किसी बात पर झगड़ा हुआ ,बात इतनी बढी की श्रीनिवास ने जहरीला पदार्थ खा लिया ,तबियत विगड़ने पर तुर्कहां सीएचसी लाया गया यहाँ डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया ।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
केस नम्बर 2*
खडडा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा लखुआ लखुई में शुक्रवार शाम पति कैलाश के साथ पत्नी ज्योति 26 वर्ष का किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और गुस्से में ज्योति ने जहरीला पदार्थ खा लिया उसे ,तुर्कहां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया ,यहाँ डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया ,पुलिस कार्यवाई चल रही है।
*केस नम्बर 3*
खडडा थाना क्षेत्र के ग्राम सभा भुजौली बाजार निवासी कैलाश ने तीन वर्ष पुर्व दूसरे जाति की अंशिका 22 वर्ष के साथ लव मैरेज की थी ,बृहस्पतिवार को पति से झगड़ा हुआ ,और रात्रि में अंशिका ने गले में फंदा डालकर छत से लटक कर जान दे दिया ,पुलिस कार्यवाई चल रही है।
*क्या कहती हैं सरस्वती देवी महाविद्यालय खडडा की समाजशास्त्र की प्रोफेसर उपमा द्विवेदी*!
जीवन की कठिन परिस्थिति, तनाव, अत्यधिक भावुकता, डिप्रेशन या पारिवारिक कलह आदि के कारण आत्महत्या के मामले दुनियाभर में बढ़ते जा रहे हैं।ग्रामिण परिवेश के लोग क्षणिक भावावेश मे आकर खतरनाक कदम उठा रहे हैं ,इस कदम से पूरा परिवार विखर जाता है। इसे रोकने के लिए कलह की वजहों पर शांतिपूर्ण ढंग से आपस में बातचीत कर समाधान किया जाना चाहिए ,इसके लिए लोगो में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है।