सम्पूर्ण समाधान दिवस उपजिलाधिकारी सफीपुर के नेतृत्व में हुआ संपन्न
सफीपुर उन्नाव (सवांददाता). तहसील सफीपुर, सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन उपजिलाधिकारी अध्यक्षता में संपन्न हुआ ,जिसमें कुल ,46 , शिकायती पत्र आए , राजस्व विभाग,17, पुलिस 7, समाज कल्याण 6,विकास विभाग 4, चिकित्सा 0,शिक्षा 0, विद्युत 2, पूर्ति विभाग 3, अन्य 7, । जिसमें एसडीएम महोदय ने 2 ,का स्वतः निस्तारण कराया ।
किसान प्रतिनिधि के द्वारा 06 ,अगस्त के शिकायती पत्र में सचिव के द्वारा लगाई गई फर्जी रिपोर्ट की जांच कराकर सच्चाई को उजागर करके कानूनी कार्यवाही किए जाने की पुनः शिकायत की है, F 84, ब्लॉक के सेक्रेट्री ने डीएम के आदेश को दिखाया ठेंगा ! जन सामान्य की शिकायतों एवं समस्याओं का एक ही स्थल पर निस्तारण कराने के उद्देश्य से जनपद के समस्त तहसीलो में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।
जिसमें तहसील सफीपुर में 6 अगस्त को जिलाधिकारी महोदया को ग्राम पंचायत सैंता में सोलर पैनल लाइटों की रिजेक्ट बैट्री बदले जाने के सम्बंध में किसान प्रतिनिधि द्वारा शिकायती पत्र देते हुए मांग की गई थी । जिसके बाद डीएम महोदया अपूर्वा दुबे ने आये हुये फरियादियों की समस्याओं को सुना तथा शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारी बीडीओ फतेहपुर चौरासी को बुलाकर साफ निर्देश दिए थे।
उसके बावजूद भी डीएम महोदय के निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए वीडियो रजत अवस्थी ने घर बैठे फर्जी रिपोर्ट लगाकर इतिश्री कर ली। अधिकारियों की मनमानी रवैये से ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इसी तरह ग्राम पंचायत सैंता में तैनात कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाते नजर आते हैं जिनके अनेकों कार्य की धरातल की जांच कराए जाने पर भ्रष्टाचार की परतें खुलती नजर आएंगी ।
अब आप अंदाजा लगा लीजिए कि जब ब्लॉक फतेहपुर 84,में बैठे कर्मचारी, डी एम साहबा के आदेश को ठेंगा दिखा सकते हैं, तो फिर जनता की समस्याओं का निस्तारण क्या करते होंगे । और जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी अपने मन मुताबिक कार्य को अंजाम देते हैं । ना कि उच्च अधिकारियों के निर्देशों पर ! ये लोग सेटिंग,गेटिंग के ही कार्यों को अंजाम देते हैं , बाकी जन समस्या को समस्या ही नहीं समझते ,बल्कि अपने जिला कलेक्ट्रेट के आदेशों को भी नकार देते हैं । अब देखना यह होगा कि ऐसे कर्मचारी के द्वारा कराए गए विकास कार्यों की सक्रिय टीम से जांच कराकर सच्चाई खोलने में जिला स्तर के अधिकारी रुचि लेंगे य नहीं यह एक बड़ा व जनहित सवाल है !