UP पुलिस का कारनामा: फोन पर जिसने दी अपने साथ हुई लूट की सूचना, उसी पीड़ित को भेज दिया जेल
कानपुर. कानपुर पुलिस ने अनोखा कारनामा कर दिखाया, जिससे पुलिस की शर्मनाक तस्वीर सामने आई है. दरअसल एक पीड़ित ने जब पुलिस को 112 नंबर डायल करके अपने साथ हुई लूट की सूचना दी. पुलिस ने ऐसा कारनामा कर दिखाया कि उस पीड़ित को ही जेल भेज दिया, अब जब पीड़ित का भाई पुलिस कमिश्नर से शिकायत की तो जांच की बात कह दी गई.
जी हां, कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में नवनिर्मित थाना गुजैनी ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है. फोन करके सूचना देने वालों को ही जेल भेज दिया. दरअसल, 18 जून को चंद्रवीर सिंह उर्फ राजन अपनी गाय को ढूंढने निकला हुआ था. तभी उसके साथ कुछ लोगों ने मारपीट कर उससे पैसे छीन लिये. उसकी घड़ी छीन ली, जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर आकर उसे गाड़ी में बैठा कर थाने ले गई, कुछ ही देर में उसी थाने के अंतर्गत लूट की दो घटनाएं हो गई. इस पूरे खेल में पुलिस ने ऐसा खेल खेला कि पीड़ित को ही जेल भेज दिया.
पुलिस कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
चंद्रवीर सिंह जोकि अग्निवीर की भी तैयारी कर रहा है उसके भाई ने बताया कि इस पूरे मामले पर जब उसने खुद पड़ताल की, जिनसे लूट के मामले में उनके भाई को जेल भेजा गया है. उन लोगों ने भी इंकार कर दिया की चंद्रवीर उसमें नहीं था. वहीं, जो अन्य लूट करने वाले भी नकार रहे हैं कि चंद्रवीर को वह नहीं जानते अब इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं.
जांच के आदेश देना और जांच होना यह एक अलग विषय है लेकिन जिस तरह से पुलिसिया सिस्टम और पुलिस ने एक युवा को जेल भेज कर उस पर जो दाग लगा दिया है आखिर उसका हर्जाना कैसे भर सकता है. चंद्रवीर के पिता भी फौज में थे लेकिन चंद्रवीर क्या आप अपने पिता के सपने को पूरा कर पाएगा, क्योंकि पुलिस ने उसे लूट के आरोप में जेल भेज दिया और उस पर अपराधी होने का दाग लगा दिया.