Bundelkhand Expressway : बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश ने साधा निशाना, बोले- आधे-अधूरे एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर रही सरकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ तथा केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर अक्सर ही तंज कसने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अब बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि सरकार हर काम को लेकर बेहद जल्दी में रहती है और बुंदेलखंड एक्सप्रेस का काम पूरा नहीं होने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उद्घाटन करा रही है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को बुंदेलखंड एकसप्रेसवे को लेकर एक ट्वीट किया है। जालौन के उरई में आज बुन्देलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने एक्सप्रेस-वे के अधूरे कामकाज की तस्वीर साझा कर भारतीय जनता पार्टी पर करारा तंज कसा है। इतना ही नहीं उन्होंने तो बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की तुलना समाजवादी पार्टी के कार्यकाल के समय बने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस से की है। इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की डिजाइन को चलताऊ भी बताया है।
आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन की हड़बड़ी बताती है कि इसका डिज़ाइन भी ऐसे ही चलताऊ बना है तभी डिफ़ेंस कॉरिडोर के पास होने के बाद भी यहाँ भाजपा सरकार, सपा काल में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसी हवाई पट्टी न बना पाई। इसे चित्रकूट तक विकसित न करना दूरदृष्टि की कमी है। pic.twitter.com/KjhQPcOGoP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 16, 2022
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन की हड़बड़ी बताती है कि इसका डिजाइन भी ऐसे ही चलताऊ बना है तभी डिफेंस कॉरिडोर से पास होने के बाद भी यहां भारतीय जनता पार्टी सरकार तो सपा शासन काल में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसी हवाई पट्टी भी न बना पाई। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे लिखा कि इसे चित्रकूट तक विकसित न करना दूरदृष्टि की कमी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जालौन के उरई में चित्रकूट को इटावा से जोड़ रहे 296 किलोमीटर लम्बे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने ही सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में एक्सप्रेस वे का शिलान्यास 29 फरवरी, 2020 को किया था। योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस बड़े प्रोजेक्ट का सम्पूर्ण काम 28 महीने के अंदर ही पूरा कर लिया है। जब इसका काम प्रारंभ हुआ था, तब देश के साथ प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर भी था। इसके बाद भी निर्माण कार्य चलता रहा।