हाई ब्लड प्रेशर की है समस्या तो जानिए घरेलू उपाय, जीवनशैली में करें ये बदलाव
पटना: हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप जिसे हाइपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है, एक गंभीर बीमारी है. आज के समय में भारत की कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा उच्च रक्तचाप की समस्या से ग्रसित है. वहीं, अकस्मात होने वाली मौतों में हाइपरटेंशन भी एक बड़ा कारण है. क्या है उच्च रक्तचाप?
मानव शरीर का ह्रदय धमनियों के जरिये पूरे शरीर में रक्त भेजता है. वहीं रक्त के ठीक तरह से बहाव के लिए एक निश्चित दबाव की जरूरत होती है. लेकिन जब यह दबाव बढ़ जाता है तो हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है.
ये हैं हाई बीपी के कारण
जब आपके खाने-पीने में असंतुलन हो जाता है और और शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है तो उच्च रक्तचाप होने की समस्या उत्पन्न होती है. इसके अलावा, उन लोगों को भी हाइपरटेंशन हो जाता है जो किसी प्रकार की फिजिकल एक्टिविटी, यानी एक्सरसाइज-योगा नहीं करते हैं. वहीं, अत्यधिक तनाव लेने से भी बीपी की समस्या हो सकती है.
उच्च रक्तचाप के लक्षण
सिर दर्द, थकान, गुस्सा और चिड़चिड़ापन, तनाव, सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी, घबराहट, पैर सुन्न होना, कमजोरी, धुंधला दिखना उच्च रक्तचाप के लक्षणों में शामिल हैं.
हाई ब्लड प्रेशर से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय
सबसे पहले तो खाने पर कंट्रोल करें, कोशिश करें कि घर का बना खाना ही खाएं, पैक्ड फूड और जंक फूड खाने से परहेज करें.
अपने वजन पर कंट्रोल करें, यदि आपका वेट बढ़ा है तो हाई बीपी हो सकता है.
प्रतिदिन कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज करें, खासकर योग करें.
साबुत अनाज, फल, सब्जियां, दूध और कम वसा वाले भोजन लें, इससे बीपी नियंत्रित रहता है.
डायट में मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटैशियम से युक्त आहार लें.
दाल, सोयाबीन, प्याज, लहसुन को खाने में शामिल करें.
सेब, अमरूद, संतरे, अनार, केला, अनानास, पपीता, मौसंबी आदि फल खाएं.
हर रोज सुबह उठकर खाली पेट 2 लहसुन या कम से कम एक लहसून खाने से बीपी कम रहता है.
नींबू पानी, नारियल पानी का सेवन करें.
प्रतिदिन खूब पानी पिएं.
भोजन के साथ सलाद को शामिल करें, जैसे- प्याज, मूली, टमाटर, गाजर, खीरा आदि.कब जाना चाहिए डॉक्टर के पास?
यदि आपका बीपी 140 से ज्यादा है और सीने में दर्द और भारीपन महसूस हो रहा हो, सांस लेने में परेशानी हो रही हो, चक्कर आ रहा हो या धुंधला दिखाई दे रहा हो तो इस स्थिति में बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. क्योंकि ये लक्षण आपके लिए घातक हो सकता है.