सड़े-गले खाना और गंदा पानी पीकर भी दशकों तक कोई स्वस्थ कैसे रह सकता है. बिना साफ-सफाई के रहने के बावजूद आजतक उसे कुछ नहीं हुआ. 87 साल की उम्र में भी वो पूरी तरह हेल्दी है. ये कहना है उस शख्स की मेडिकल जांच में लगी शोधकर्ताओं की टीम का.
जिन्होंने न सिर्फ उस बुजुर्ग की पूरी तरह स्कैनिंक करवाई. बल्कि उसके रहन सहन पर भी पूरा शोध किया. जिसके बाद वो इस नतीजे पर पहुंचे कि बेहद गंदी तरह जीवनयापन करने के बाद भी 67 सालों से उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या नहीं हुई.
87 साल के अमोउ हाजी (Amou Jaji) सालों से फुटपाथ पर रहते हैं, यहीं कचरे में पड़े खाने-पीने की चीजों और जमरे जानवरों के मांस से अपना पेट भरते हैं. मगर इससे उनके स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा. गंदगी ही उनका सहारा है. उनकी बेहतर सेहत ने ही वैज्ञानिकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हाजी इतने सेहतमंद कैसे हैं?
कचरा खाकर भी हैं सेहतमंद
किस मजबूरी ने उन्हें सड़क पर ला दिया ये तो नहीं पता. मगर सड़क पर दिन रात बिताने वाले हाजी बुरे दौर में भी स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं करते. तभी तो पूरी तरह सेहतमंद हैं. ये बात आपको मजाक लगेगी. मगर शोधकर्ताओं के शोध तो यही बता रहे हैं. उन्हें कोई बीमारी नहीं है. वो पूरी तरह ठीक हैं. लेकिन कैसे, ये सोच-सोच कर रिसर्चर्स का सिर चकरा गया है.
सेहत का राज तलाशने में जुटे वैज्ञानिक
अमोऊ हाजी खुद बताते हैं कि वो पिछले 67 सालों ने नहाए नहीं है. अपने कपड़े भी नहीं धोए हैं. गंदगी उन्हें मजबूत बनाती है. (Amou Jaji) गांव के बाहर एक गड्ढे के भीतर रहते हैं वो, आस-पास के लोग कभी कुछ खाने को दे देते हैं. नहीं देते तो सड़क पर फेंकी चीजों से ही काम चला लेते हैं. नहीं तो मर कर सड़ चुके जानवरों के मांस से भी भर लेते हैं पेट. लोग उनका मज़ाक भी बनाते हैं लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. वो अपनी धुन में रहते हैं.
सड़क किनारे बहते पानी से प्यास बुझाते हैं. दिन भर जानवरों की गंदगी से भरे कश लगाते हैं. फिर भी पूरी तरह सेहतमंद हैं. उनकी जांच रिपोर्ट के बाद वो इलाके के लोगों के लिए प्रेरणा बन गए हैं. जहां लोग हर वक्त अपनी सेहत, खान-पान, साफ-सफाई और कपड़ों का ख्याल रखते हैं फिर भी न जाने कितनी बिमारियों से घिरे रहते हैं ऐसे में फुटपाथ पर रहने वाले 87 साल के बुज़ुर्ग का इस हालत में भी हेल्दी रहना आश्चर्य नहीं तो और क्या है.