दावा- कोरोना की टैबलेट में घुसा दी गई है वश में करने वाली चिप! निगलते ही कठपुतली बन जाएंगे लोग
दुनिया में कोरोना (Corona Virus) ने कहर बरपा दिया है. इस वायरस की चपेट में आकर लाखों लोगों ने जान गंवा दी है. दुनिया के लगभग हर कोने में कोरोना वायरस ने आतंक मचाया. साइंटिस्ट्स ने दिनरात की मेहनत के बाद आखिरकार इस वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन बना ली. इसके साथ ही मार्केट में कई तरह की दवाइयां भी उतार दी गई.
लेकिन ऐसे भी कुछ लोग हैं जो इन दवाइयों को लेकर दुनिया में अफवाह फ़ैलाने से बाज नहीं आ रहे. इसी कड़ी में मलेशिया के हेल्थ मिनिस्टर ने वहां कोरोना से रिकवर करने वालों को पैक्सलोविड (Paxlovid) खाने की सलाह दी है. लेकिन कई लोगों ने अफवाह उड़ा दी कि इस दवाई में वश में करने वाली चिप डाली गई है.
पैक्सलोविड एक एंटीवायरल पिल है. मलेशिया के हेल्थ मिनिस्टर Khairy Jamaluddin ने इस दवाई को उन लोगों को खाने की सलाह दी है जो कोरोना से रिकवर कर चुके हैं. लेकिन हर कोई उनकी इस सलाह से खुश नहीं है. कुछ ने तो ये भी कह डाला कि इस दवा को सरकार ने षड्यंत्र के लिए बनाया है. इसके अंदर एक चिप है, जिसके जरिये मलेशियाई सरकार लोगों को कंट्रोल करना चाहती है. उनका कहना है कि ये दवा सरकार का मास्टरप्लान है.
— Khairul Hafidz (@khairul_hafidz) March 8, 2022
व्हाट्सएप पर वायरल हुआ मैसेज
पैक्सलोविड को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें पोस्ट की जा रही है. इसमें व्हाट्सएप पर एक मैसेज सर्कुलेट हो रहा है. इसमें लिखा है कि पैक्सलोविड असल में कोरोना की ट्रीटमेंट नहीं करता. ये पेशेंट्स को अपने वश में कर लेता है. ये एक इलेक्ट्रॉनिक दवा है जिसे जैसे ही निगला जाएगा वैसे ही ये हेल्थ मिनिस्ट्री को सिग्नल भेज देगा. इसके बाद वो लोगों को अपने इशारे पर नचाना शुरू कर देंगे. इसमें सबसे पहले लोगों से उनका धर्म छोड़ने के लिए कहा जाएगा.
डॉक्टर्स ने जमकर लताड़ा
सोशल मीडिया पर इस तरह की बातें फैला रहे लोगों को कई डॉक्टर्स ने जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि इस तरह की फेक खबरें फैलाने वाले लोगों को शर्म आनी चाहिए. ये सारी बातें फेक है. इनका असलियत से कोई लेना देना नहीं है. आखिर कोई दवा ऐसे चिप के साथ कैसे बनाई जा सकती है जो लोगों को कंट्रोल करे.
साथ ही ये सवाल भी किया गया कि इतने लोगों को एक साथ कंट्रोल करने के लिए वर्कर्स कहां से आएंगे? इसे लेकर डॉ Dr Khairul ने ट्विटर पर कई पोस्ट किये. उन्हें हैरानी है कि अफवाह फ़ैलाने वाले इस तरह की बातें कर रहे हैं.