पूर्व विधायक व माफिया राजन तिवारी गिरफ्तार, डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला के साथ गैंगस्टर एक्ट में की गई थी कार्रवाई
गोरखपुर, Mafia Rajan Tiwari: गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में पेशी पर न आने वाले पूर्व विधायक व माफिया राजन तिवारी (Rajan Tiwari) को गोरखपुर कैंट पुलिस (Police) ने गुरुवार को रक्सौल बार्डर बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। यूपी के 61 माफिया की सूची में शामिल राजन तिवारी की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर (SSP Dr. Gaurav Grover) ने सीओ कैंट के नेतृत्व में तीन टीम गठित की थी।
यह है पुरा मामला
1998 में कैंट थाना पुलिस ने दुर्दांत श्रीप्रकाश शुक्ल (Shri Prakash Shukla) , पूर्व विधायक राजन तिवारी (Former MLA Rajan Tiwari), अनुज सिंह (Anuj Singh) समेत चार बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) की कार्रवाई की थी। इसी साल श्रीप्रकाश शुक्ल व अनुज को एसटीएफ (STF) ने मुठभेड़ में मार गिराया। एक अन्य बदमाश की भी मौत हो चुकी है।
दो दशक से बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में रहता है माफिया
इस मामले में आरोपित राजन तिवारी ही जिंदा है। मूल रुप से गगहा के सोहगौरा गांव निवासी माफिया राजन दो दशक से बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में रहता है। कुछ दिनों पहले चुपके से उसने गोरखपुर में वापसी करते हुए प्रापर्टी डीलिंग शुरू की। भनक लगते ही पुलिस ने शिकंजा कसते हुए प्रदेश के माफिया की सूची में नाम शामिल करने के लिए भेज दिया।
UP के 61 माफिया की सूची में शामिल है माफिया राजन तिवारी
राजन की सक्रियता को देख शिकंजा कसते हुए डीजीपी मुख्यालय ने प्रदेश के 61 माफिया की सूची में उसका नाम शामिल कर लिया। जोन कार्यालय से राजन पर दर्ज मुकदमे की जांच शुरू हुई तो पता चला कि गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी 17 साल से वह कोर्ट में पेशी पर नहीं आ रहा था।