Gorakhpur

जन्मतिथि बदल कर नौकरी करने वाले नगर निगम के लिपिक पर दर्ज होगा मुकदमा

गोरखपुर; नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक शरीफ अहमद को जन्मतिथि बदलने का खेल भारी पड़ा है। इस मामले की जांच के लिए गठित चार सदस्यीय कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है और शरीफ पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। उसके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा और सेवा से मुक्त होकर अबतक वेतन के रूप में अर्जित की गई अतिरिक्त धनराशि की वसूली के लिए आरसी जारी की जाएगी।
Facebook
twitter
wp
जन्मतिथि बदल कर नौकरी करने वाले नगर निगम के लिपिक पर दर्ज होगा मुकदमा रखपुर में जन्मतिथि बदल कर नौकरी करने का मामला सामने आया है।
गोरखपुर नगर निगम में जन्म तिथि बदल कर नौकरी का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने संबंधित कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है। नगर निगम के कर्मचारी ने अपनी जन्मतिथि में हेरफेर कर अपनी नौकरी को चार साल आगे बढ़ा लिया था।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक शरीफ अहमद को जन्मतिथि बदलने का खेल भारी पड़ा है। इस मामले की जांच के लिए गठित चार सदस्यीय कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है और शरीफ पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। उसके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा और सेवा से मुक्त होकर अबतक वेतन के रूप में अर्जित की गई अतिरिक्त धनराशि की वसूली के लिए आरसी जारी की जाएगी।

यह है मामला

नगर निगम के जन्म-मृत्यु कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक शरीफ अहमद को 2019 में ही रिटायर हो जाना चाहिए था लेकिन जन्मतिथि में बदलाव कर वह अभी भी जमा हुआ है। दूसरी बार जन्मतिथि बदलवाने की कोशिश में शरीफ अहमद को पकड़ा गया है। कनिष्ठ लिपिक की वास्तविक जन्मतिथि 1959 है। उसने पहली बार जन्मतिथि में बदलाव कर 1964 करा लिया था। इस फर्जीवाड़ा के बाद उसे 2024 में रिटायर होना था लेकिन उसने एक बार फिर जन्मतिथि में बदलाव के लिए अपर अपर नगर आयुक्त के समक्ष आवेदन किया।

इसमें शरीफ ने बताया कि उसकी जन्मतिथि 1966 है लेकिन नगर निगम में 1964 दर्ज है। इसमें सुधार किया जाए। अपर नगर आयुक्त ने उसके कालेज से इसका सत्यापन कराया। जिसमें खुलासा हुआ कि शरीफ की वास्तविक जन्म तिथि 1959 है। यह मामला पकड़ में आने के बाद नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने चार सदस्यीय कमेटी गठित की थी। कमेटी में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा, अपर नगर आयुक्त मृत्युंजय, उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला व लेखाधिकारी रवि सिंह शामिल थे।

कनिष्ठ लिपिक शरीफ अहमद के मामले की जांच के लिए बनाई गई चार सदस्यीय कमेटी ने रिपोर्ट सौंप दी है। शरीफ पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उसे सेवा से हटाने के साथ ही धनराशि की वसूली भी की जाएगी। सरकारी दस्तावेज में हेरफेर करने के लिए उसपर एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी। – अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!