शादी की चौथी रात देवर के तिलक में दुल्हन ने कर दिया बड़ा कांड, अब बक्सर पुलिस कर रही माथापच्ची
ब्रह्मपुर (बक्सर)। बक्सर के बगेन थाना के कुरुथियां गांव में शादी की चौथी रात ही नई नवेली दुल्हन ससुराल से गहने और रुपये लेकर फरार हो गई। इस बाबत पति धनेश्वर तिवारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिस घर में जश्न का माहौल था, वहां मातम पसर गया है। थानाध्यक्ष अजय कुमार रजक ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। बगेन थाना के कुरुथियां गांव निवासी दिव्यांग धनेश्वर तिवारी की शादी 27 मई को बखोरापुर के काली मंदिर में भोजपुर जिला के मुफस्सिल थाना अंतर्गत जमीरा गांव निवासी स्वर्गीय वीरेंद्र पांडे की पुत्री ज्योति कुमारी के साथ हुई थी।
31 मई को आए थे दुल्हन के रिश्तेदार
धनेश्वर की शादी के चार दिन के बाद 31 मई को उनके घर पर छोटे भाई का तिलक समारोह था। इस तिलक में ग्रामीणों के अलावा काफी रिश्तेदार भी आए हुए थे। नई वधु के भी कई रिश्तेदार तिलक समारोह में शामिल हुए थे। तिलक में भोज खाने के बाद दुल्हन के कई रिश्तेदार चले गए और कुछ रिश्तेदार घर रह गए। तिलक की रस्म समाप्त होने के बाद घर के सारे लोग थक कर सो गए।
सात लाख के गहने व नकदी लेकर फरार
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि इसके बाद पत्नी ज्योति कुमारी, उसके भाई गोपाल पांडेय उर्फ पृथ्वी पांडेय तथा गोविंद यादव ने मिलकर बक्से में रखे तीन लाख 75 हजार रुपये नकद, भाई की शादी के लिए खरीदे गए ढाई लाख के गहने निकाल लिए। ज्योति को भी 85 हजार के गहने ससुराल की ओर से दिए गए थे, वह भी लेकर सभी चले गए। सुबह लगभग तीन बजे नींद खुली तो ज्योति कमरे में नहीं थी। काफी देर तक जब वह नहीं आई तो धनेश्वर को चिंता हुई, इसी बीच उसकी नजर घर में रखे बक्से पर पड़ी। बाहर निकला तो ज्योति के भाई व अन्य युवक भी गायब थे। इसके बाद सभी के होश उड़ गए।
ठगने की नीयत से कराई गई दूसरी शादी
ज्योति के भाई व गोविंद यादव के मोबाइल पर कॉल किया तो वह स्वीच ऑफ था। तिलक समारोह में आए रिश्तेदारों ने कुछ भी बताने में असमर्थता जताई। धनेश्वर तिवारी ने प्राथमिकी में यह भी बताया है कि ज्योति की शादी साजिश के तहत उसके साथ कराई गई। उसकी शादी बक्सर जिले में हुई थी। दो बच्चे हुए। पति की मृत्यु के बाद वह मायके में रह रही थी। लेकिन ठगी की नीयत से ही उसकी शादी धोखे में रखकर कराई गई।