मेरे हलके में दखल मत दिया करो.. कहते हुए दारोगा ने थाने के अंदर कोतवाल की लाठी से कर दी थी पिटाई, अब दर्ज हुआ मुकदमा
बांदा। नरैनी कोतवाली परिसर में कोतवाल और दारोगा का विवाद अब खासा चर्चा का विषय बन चुका है। मेरे हलके में दखल मत दिया करो… कहते हुए थाने के अंदर कोतवाल को लाठी से पीटने के मामले में दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी ने गिरवां थाना प्रभारी को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है और आरोपित दारोगा निलंबित कर दिया गया है।
क्या हुआ था थाने के अंदर :
मामला नरैनी कोतवाली का है, यहां शनिवार की शाम छेड़खानी के मामले में पीड़िता के पिता का चालान करने वाले दारोगा आशीष पटेरिया से सवाल-जवाब करना कोतवाल राकेश तिवारी को भारी पड़ गया था। मेरे हलके में दखल नहीं दिया करो… कहते हुए दारोगा ने कोतवाल की डंडे से पिटाई कर दी थी। परिसर को अखाड़ा बना देख स्टाफ ने किसी तरह बीच-बचाव कराया था। इसके बाद एसपी अभिनंदन भी कोतवाली पहुंचे थे और इससे पहले दारोगा आशीष पटेरिया भाग निकला था। लोकेशन मिलने के बाद दारोगा को पकड़कर कोतवाली लाया गया था और एसपी ने उसे निलंबित कर दिया था।
कार्रवाई से नाराज था दारोगा :
सूत्र बताते हैं कि पीड़िता के पिता का चालान करने का मामला तूल पकड़ गया था। विधायक व भाजपा जिलाध्यक्ष ने रात में एसपी से बात की थी। चालान करने वाले दारोगा आशीष पटेरिया को निलंबित किया गया था। इस कार्रवाई के बाद दारोगा आशीष को लगा कि कोतवाल की रिपोर्ट पर निलंबित किया गया है। इससे नाराज होकर वह कोतवाल राकेश तिवारी के कक्ष में पहुंचा और गाली-गलौज के साथ मारपीट कर दी। दारोगा आशीष ने कहा कि यह मेरे हलके का मामला है, दखल देने की जरूरत नहीं है।
कोतवाल ने दर्ज कराया मुकदमा :
कोतवाल राकेश तिवारी ने दारोगा आशीष पटेरिया के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने की प्राथमिकी दर्ज कराई। जांच गिरवां थानाध्यक्ष मनोज शुक्ला को दी गई है।
निरंकुश है दारोगा :
दारोगा आशीष पटेरिया 2019 बैच से है। सहकर्मी बताते हैं कि दारोगा आशीष पटेरिया के कई मामले कोतवाली तक पहुंचे लेकिन कोतवाल राकेश तिवारी नई उम्र और भविष्य देखकर समझा दिया करते थे। वह निरंकुश हो गया था। पंद्रह दिन पहले ही एक युवक को पीटकर घायल कर दिया था, जिसका मामला बमुश्किल शांत कराया गया था।
पीड़िता के पिता को हवालात में डाल दिया था :
बेटियों के साथ छेड़खानी की शिकायत लेकर पहुंचे पिता को ही आशीष ने हवालात में डाल दिया था। बांदा से लौट रहे कोतवाल राकेश तिवारी से एसपी अभिनंदन ने जानकारी ली। इसके बाद शिकायतकर्ता को हवालात से बाहर निकालने के निर्देश दिए पर दारोगा ने चालान कर दिया था।
यह है मामला :
एक गांव निवासी दो नाबालिग बहनों को स्कूल आते-जाते समय सादिक अली और सद्दाम साथियों के साथ छेड़खानी करते थे। घर की महिलाओं को भी परेशान करते थे। पीड़ित बच्चियों के पिता शिकायती पत्र लेकर पहुंचे थे और हलका इंचार्ज आशीष पटेरिया से बताया था कि बेटियों के वीडियो बनाकर वायरल कर बदनाम कर रहे हैं। घर पर पहुंचकर जबरन शादी करने और नहीं मानने पर भगा ले जाने की धमकी देते हैं। पूरा परिवार दहशत में रहता है। दारोगा आशीष ने उसका ही चालान कर दिया था।
-छेड़खानी की शिकायत करने वाले पिता को ही दारोगा ने 151 में चालान कर बंद कर दिया था। एसपी ने शिकायत मिलने के बाद निलंबित कर दिया था। इससे आहत होकर दारोगा ने कोतवाली प्रभारी से दुर्व्यवहार किया गया। इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। -लक्ष्मी निवास मिश्रा, एएसपी