CrimeUttarakhand

प्रेमिका की बेरूखी को नहीं कर पाया बर्दाश्त, चार मिनट में की हत्या; फिर 20 मिनट तक रोया

रुड़की। होटल में चार मिनट तक खूनी दरिंदा बना गुलबेज हत्या के बाद 20 मिनट तक शव के पास रोता रहा। इसके बाद उसने अपनी योजना के मुताबिक शव को ठिकाने लगाने का प्रयास किया, लेकिन उसकी योजना परवान नहीं चढ़ पाई। होटल में पहुंचने से पहले ही उसने हत्या की पटकथा लिख दी थी। पकड़े जाने के बाद जांच में एक-एक कर उसके झूठ की सभी परतें खुलती चली गईं।

सात साल से थे प्रेम संबंध

करीब सात साल से गुलबेज और रमसा में प्रेम संबंध थे। लेकिन, अचानक अब रमसा उससे शादी करने से इन्कार कर रही थी। रमसा के स्वजन भी शादी के लिए तैयार नहीं थे। उसकी यही बात गुलबेज को नागवार गुजरी।

युवती को बहाने से होटल में लेकर आया

गुलबेज चाहता था कि यदि रमसा उससे शादी नहीं करती है तो वह किसी और से भी शादी न करे। युवती ने इससे भी इन्कार कर दिया था। जिसके बाद गुलबेज गुस्से में था। पूछताछ में गुलबेज ने बताया कि वह बातचीत के बहाने युवती को होटल में लेकर आया था और उसने ठान लिया था कि यदि वह उससे शादी को तैयार नहीं हई तो होटल में ही उसकी हत्या कर देगा। उसने इसके लिए पूरी तैयारी की।

30 से 40 हजार रुपये प्रतिमाह कमाता है गुलबेज

गुलबेज ज्वालापुर में मोबाइल की दुकान से करीब 30 से 40 हजार रुपये प्रतिमाह कमाता है। वह पिछले साल बीएससी की पढ़ाई पूरी कर चुका है। योजना के मुताबिक उसने दुकान पर सिम लेने आई काजल नाम की युवती की आइडी धोखे से ले ली।

शव को ठिकाने लगाने को खरीदा सूटकेस

इसके बाद उसने एक बड़ा सूटकेस खरीदा। जिससे की हत्या के बाद उसका शव इसमें रख कर गंगनहर तक ले जाया जा सके। उसने होटल में कमरा लेने के लिए काजल की आइडी जमा कराई थी। उसकी मंशा साफ थी कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगा देगा और पुलिस नकली आइडी के चक्कर में उलझ जाएगी।

मनाते-मनाते हार गया तब की हत्‍या

पूछताछ में उसने बताया कि जब वह युवती को शादी के लिए मनाते-मनाते हार गया तो उसने साढ़े सात बजे युवती का मुंह तकिये से चार मिनट तक दबाये रखा। उसकी मौत के बाद वह करीब 20 मिनट तक शव के पास रोता रहा।

इंटरनेट मीडिया पर गलत तरह से होता रहा प्रचार

हत्या की घटना के बाद कुछ लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर घटनास्थल का लाइव फोटो और वीडियो बनाकर डाल दिए। कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया। जबकि दोनों एक ही बिरादरी के थे।

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!