तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर सलीम का गुर्गा छपवा रहा था जाली नोट, लखनऊ पुलिस ने दबोचा
लखनऊ। तिहाड़ में बंंद सीरियल किलर सलीम जाली नोटों कि बिक्री और तस्करी पर गिरोह से 30 फीसद कमीशन लेता है। उसके गुर्गों ने लखनऊ से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक अपना नेटवर्क फैला रखा है। तस्करी से जो भी कमाई होती है उसका यह हिस्सा अकेले सलीम लेता है। वहीं, बीते जनवरी माह में आलमनगर पुल के पास से पकड़े गए सलीम के गुर्गे के पास से जो 500 और 50 के नोट बरामद हुए थे वह नकली थे। इसकी पुष्टि फोरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट में भी हो गई है।
यह इनपुट पुलिस को बीते दिनों तालकटोरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सलीम के गुर्गे फरहान से मिला है। फरहान के साथ सलीम के अन्य गुर्गे भी इस काम में संंलिप्त थे। फरहान ने नोटों की तस्करी के लिए कई वेंडर बना रखे थे। वह एक एक स्थान से दूसरे स्थान पर नोट पहुंचाने का काम करते हैं। एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि वेंडरों के साथ ही सलीम के अन्य गुर्गों की तलाश में सर्विलांस समेत पुलिस की कई टीमेंं लगाई गई हैं। जल्द ही गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी की जाएगी।
मामले में सलीम और उसके भाइयों के खिलाफ भी होगी कार्यवाहीः एडीसीपी ने बताया कि मामले में तिहाड़ में बंद सलीम के अलावा उसके भाई रुस्तम और सोहराब के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। जाली नोटों की तस्करी में तीनों की संलिप्ता है। साजिश रचने, नोटों की तस्करी समेत अन्य धाराओं मेंं मुकदमा दर्ज किया जाएगा। गिरोह में सलीम के एक रिश्तेदार और कई अन्य लोगों के जुड़े होने की जानकारी भी मिली है। उनके बारे में पता लगाया जा रहा है।