2500 की घूस लेते रंगे हाथ पकड़े गए रेंजर, एसीबी को घर से नकद मिले एक करोड़ रुपये; बैंक से मंगाई नोट गिनने की मशीन
एसीबी की टीम ने गुरुवार शाम पश्चिमी सिंहभूम के कोल्हान में अपनी इस वर्ष की सबसे बड़ी कार्रवाई में एक रेंजर के घर से 99 लाख दो हजार 540 रुपये बरामद किए हैं। रेंजर को पहले ढाई हजार रुपये घूस लेते हुए पकड़ा लेकिन जब उनके घर पर जाकर दबिश दी तो वहां से यह रकम मिली। रेंजर का नाम विजय कुमार है जो वन क्षेत्र में कोईना रेंज के रेंजर हैं। वे मूल रूप से बिहार के बेगुसराय जिला अंतर्गत सराय टेगरा निवासी हैं लेकिन परिवार के साथ मनोहरपुर में ही बस गए हैं।
विजय कुमार आंनदपुर पोड़ाहाट के रेंजर सह मनोहरपुर कोयना व सोंगरा रेंज चक्रधपुर के प्रभारी भी हैं। सबसे पहले एसीबी की टीम को मनोहरपुर के गणेश प्रमाणिक नामक ने घूस मांगने की शिकायत की थी। उस शिकायत पर वरीय अधिकारियों के निर्देश पर डीएसपी एसएस तिर्की के नेतृत्व में एसीबी की टीम का गठन किया गया और जमशेदपुर से उस टीम को मनोहरपुर भेजा गया।
टीम ने पहले गणेश प्रमाणिक को अपने केमिकल लगे नोट दिए और कार्यलाय के अंदर मौजूद रेंजर को उनकी मांग के अनुरूप देने के लिए भेजा। ज्यों ही घूस के पैसे उन्होने लिए तब तक कार्यालय के बाहर खड़ी एसीबी की टीम ने उन्हें दबोच लिया और उनके हाथों को केमिकल में डालते हुए घूस लेने की पुष्टि की और उसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद दो टीम बनी जिसमें एक रेंजर के घर गयी और दूसरी टीम ने कंप्यूटर ऑपरेटर के सरकारी आवास पर छापेमारी की। रेंजर के आवास पर छापेमारी करने गयी टीम की अलमारी की तलाशी लेने पर आंख फटी की फटी रह गयी जब अलमारी के अंदर नोट ही नोट देखे। तत्काल ही उस कमरे को सील किया गया और बैंक से नोट गिनने वाली मशीन मंगायी गयी। जब नोटों को गिना गया तो वह 99 लाख 2 हजार 540 रुपये थे। इसमें अधिकांश नोटों की 500- 500 की गड्डी थी।
पुराना पलंग ले जाने को मांग रहे थे ढाई हजार घूस
जानकारी के अनुसार मनोहरपुर के शिकायतकर्ता गणेश प्रामाणिक नामक व्यक्ति को अपना पुराना पलंग जमशेदपुर ले जाना था। जिसके लिए उसने कागजी कार्रवाई के लिए मनोहरपुर रेंज ऑफिस में आवेदन दिया था। शिकायतकर्ता के अनुसार आवेदन को स्वीकृति करने व कागजात बनाने को लेकर रेंजर विजय कुमार द्वारा 2500 रुपये घूस की मांग की गई थी। जिसकी शिकायत उसने एसीबी की टीम से की। जिसके बाद रेंजर विजय कुमार के मनोहरपुर स्थित सरकारी आवास से एसीबी के डीएसपी एस. तिर्की नेतृत्व में टीम ने गुरुवार की दोपहर विजय कुमार व कंप्यूटर ऑपरेटर मनीष कुमार को घुस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
बैंक से मांगनी पड़ी मशीन, रेंजर नहीं दे पाए हिसाब
बरामद पैसों को गिनने के लिए एसीबी की टीम को बैंक से नोट गिनने की मशीन मांगनी पड़ी। सूचना के अनुसार पूछताछ के क्रम में रेंजर विजय कुमार बरामद पैसों का कोई हिसाब नहीं दे पाए। लगभग 4 घंटे तक चली इस कार्रवाई के बाद टीम ने रेंजर विजय कुमार व मनीष कुमार को गिरफ्तार कर साथ ले गयी।
साढ़े छह साल से है मनोहरपुर में
रेंजर विजय कुमार लगभग छ: सालों से मनोहरपुर में पदस्थापित है। हाल ही में उनका ट्रांसफर सतगंवा हुआ था,जहां से महीने भर में उनका ट्रांसफर दोबारा आंनदपुर पोड़ाहाट रेंजर के पद पर कर दिया गया। साथ ही मनोहरपुर कोयना रेंजर व सोंगरा रेंजर चक्रधपुर के प्रभार पर ही नियुक्त थे। वर्तमान में वे मनोहरपुर स्थित सरकारी आवास में अपने परिवार के साथ रहते थे।