फेसबुक पर 2 शादीशुदा महिलाओं की दोस्ती प्यार में बदली, पति को छोड़कर रचा ली शादी
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शादीशुदा समलैंगिक महिलाओं का मामला सामने आया है. ये दो महिलाएं पति-पत्नी बनकर साथ रह रही थीं, जबकि इनके बच्चे भी हैं. एक महिला नेपाली है, जो शिमला में रहती है.
दूसरी महिला भोपाल की है. यह मामला नेपाली संगठन के पास आया तो उन्होंने भोपाल पुलिस से मदद मांगी. इसके बाद भोपाल पुलिस ने दोनों की काउंसलिंग कराई और मामला सुलझाया.
गौरतलब है कि यह अजीबो-गरीब प्रेम कहानी शिमला से शुरू हुई. शिमला की महिला की फेसबुक के जरिए भोपाल में रहने वाली एक महिला से दोस्ती हुई. यह दोस्ती इतनी आगे बढ़ी कि दोनों ने एक साथ रहने का फैसला लिया.
इसके बाद शिमला की महिला भोपाल में रहने वाली महिला से मिलने आई. इसके बाद ये दोस्ती प्यार में बदल गई और फिर दोनों ने शादी कर ली. बताया जा रहा है कि दोनों ने गाजियाबाद में शादी की.
दोनों महिलाओं के बच्चेजानकारी के मुताबिक, नेपाली महिला के दो बच्चे हैं, जबकि भोपाल में रहने वाली महिला का एक बच्चा है. भोपाल में रहने वाली महिला अपने पति से अलग रह रही थी, जबकि शिमला में रहने वाली महिला अपने पति को छोड़कर आई थी. शिमला में महिला के पति ने पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
नेपाली संगठन ने ली पुलिस की मदद
इधर, जब इस बात की जानकारी नेपाली संगठन को लगी तो खलबली मच गई. संगठन ने इस मामले में पुलिस से संपर्क किया. उन्होंने महिला अपराध शाखा देखने वाली एडीसीपी रिचा चौबे को पूरी बात बताई. चौबे ने मामले की गंभीरता देख तुरंत कार्रवाई की. पता चला कि नेपाली महिला निशातपुरा थाना इलाके में रह रही है. इस बीच महिला का पति भी नेपाली संगठन के जरिए शिमला से भोपाल आ गया.
अपनी मर्जी से साथ रह रहीं महिलाएं
बता दें, गोविंदपुरा थाने में स्थित ऊर्जा डेस्क के माध्यम से दोनों महिलाओं की काउंसलिंग कराई गई. काउंसलिंग के दौरान यह बात सामने आई कि दोनों महिलाएं बिना किसी दबाव के और अपनी इच्छा से एक साथ रह रही थीं. दोनों को साथ रहते हुए डेढ़ महीना हो गया था. महिला अपराध डीसीपी विनीत कपूर ने बताया कि दोनों महिलाएं बालिग हैं और उन पर किसी का कोई दबाव नहीं है. उनकी दोस्ती फेसबुक पर हुई. उन्होंने खुद एक साथ रहने का फैसला लिया.
किसी तरह का अपराध नहीं हुआ – पुलिस
पुलिस ने बताया कि इन महिलाओं के साथ इंदौर की महिलाएं भी थीं. यह निशातपुरा इलाके में स्थित एक फ्लैट में रह रही थीं. काउंसलिंग के बाद शिमला वाली महिला अपने पति के साथ रहने के लिए तैयार हो गई. पुलिस ने एक परिवार को जोड़ने का काम किया. इसमें किसी तरीके का अपराध नहीं हुआ है. इसलिए काउंसलिंग के बाद भोपाल की दूसरी महिलाओं को भी जाने दिया गया.