अलीगंज थाना क्षेत्र में अंधाधुंध हो रहे बालू खनन को रोकने में प्रशासनिक अधिकारी नाकाम
टाण्डा (अम्बेडकरनगर) अलीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम आसोपुर,ककराही,शहबाग , महरीपुर में खनन माफियाओं द्वारा प्रतिदिन अवैध बालू निकालने का कारोबार चरम सीमा पर चल रहा है। अंधाधुंध हो रहे बालू खनन को रोकने में प्रशासनिक अधिकारी नाकाम है या फिर प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत भी कही जा सकती है। खनन माफिया द्वारा अवैध बालू का खनन करके हर साल सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व की क्षति पहुंचायी जा रही है.
गौरतलब है कि खनन माफिया द्वारा प्रतिदिन अवैध बालू का खनन बेखौफ जारी है । आखिर क्या कारण है कि अधिकारी कर्मचारी अपनी आंखों पर पट्टी बांधे हुए मौन धारण किए हुए हैं। सूत्रों के जानकारी के अनुसार खनन माफिया अलीगंज थाने की मिलीभगत से यह अवैध कार्य कर रहे हैं जिससे उन्हें खनन माफियाओं से एक मोटी रकम मिलती है। यह बालू माफिया आधी रात को बालू खनन करवाते हैं और जगह-जगह पर इसकी डंपिंग भी करवाते हैं।
कुछ खनन माफियाओं के हौसले तो इतने बुलंद हैं कि वह प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए दिन में भी अवैध बालू निकालने का काम करते हैं। आखिर क्यों खनन माफियाओं द्वारा किए गए बालू की डंपिंग पर अधिकारियों की नजर पड़ने के बाद भी कोई सवाल जवाब अधिकारायों द्वारा नहीं किया जाता हैआखिर यह बालू किसका है अगर खनन इंस्पेक्टर अपने किसी सूत्र की जानकारी पर खनन वाले जगह पर पहुंच जाते हैं तो यह खनन माफिया अधिकारी की आंखों में धूल झोंक कर गाड़ियों को लेकर नदी की तरफ भी भाग जाते हैं ।
इन माफियाओं को जिलाधिकारी,उपजिलाधिकारी टाण्डा, खनन इंस्पेक्टर,अलीगंज थानाध्यक्ष किसी का भय नहीं है। और तो और इन माफियाओं को सूबे की सरकार के एक्शन का भी खौफ नहीं है। आपको बताते चलें कि पूर्व में इस मामले को लेकर लोगों ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन व आयुक्त अयोध्या मंडल अयोध्या को संज्ञान में लेकर जांच एवं उचित कार्रवाई करने की मांग भी की थी।
लोगों का यह भी कहना है कि इस मामले की कई बार शिकायत की गई है लेकिन शासन-प्रशासन से इस पर कोई मदद नहीं मिल पाई है। बरहाल थाना अलीगंज पुलिस की मिलीभगत के कारण खनन माफियाओं की दिन रात चांदी ही चांदी हो रही है। आखिर कब प्रशासन के लोग अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए इन बालू माफियाओं के खिलाफ कोई सख्त कदम उठाएंगे । यह अहम सवाल बना हुआ है ।