जमुई: बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के एक गांव से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ससुराल वालों के चंगुल से छूटकर भागी विवाहिता ने जो कुछ कहा, वो रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला रहा। आरोप है कि मानसिक रूप से बीमार युवक की पत्नी के साथ कई दिनों तक गंदा काम किया गया। इसके लिए पीड़िता के ससुर ने ही जबरदस्ती की और उसके देवर के साथ संबंध बनाने को मजबूर कर दिया।
पीड़ित विवाहिता ने आरोप लगाते हुए बताया कि इस दौरान देवर लगातार उसे शादी का झांसा देकर यौन शोषण करता रहा। ससुराल पक्ष के लोगों के चंगुल से छूट कर निकली पीड़िता ने खैरा थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है। उसने कहा कि मेरी शादी छह साल पहले उक्त गांव निवासी याकूब अंसारी के पुत्र युसूफ अंसारी से हुई थी। शादी के बाद मुझे पता चला कि मेरे पति मानसिक रूप से बीमार हैं। वह अनाथ थी, जिस कारण उसे झांसा देकर एक मानसिक बीमार युवक के साथ शादी करा दी गई।
ससुराल वालों ने गंदा रास्ता निकाल दिया- पीड़िता
पीड़िता ने कहा कि पति की बीमारी के बाबत जब उसने अपने सास-ससुर तथा परिवार के अन्य सदस्यों से आपत्ति दर्ज कराते हुए शिकायत की तो उन लोगों ने मुझे समझाने बुझाने का प्रयास किया और कहा कि जल्दी ही हम इसका रास्ता निकाल लेंगे। काफी कहने के बाद भी जब कोई बात नहीं बनी, तब मैं रोने लगी। पूरी रात न सोने के कारण मेरे सिर में दर्द होने लगा। यह तकलीफ भी जब मैंने अपने ससुर से सुनाई तो उन्होंने गंदा रास्ता निकाल दिया।
कई महीनों तक किया गया दुष्कर्म
पीड़िता ने बताया कि ससुर ने देवर नौशाद अंसारी को सिर दर्द की दवा लाने को कहा। उनके द्वारा दी गई दवाई, जब मैंने खाई तब थोड़ी ही देर के बाद वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तब वह अपने देवर के बिस्तर पर थी। इसके बाद उसने ससुर और अन्य लोगों से जब इसकी शिकायत की तब उन्होंने कुछ दिनों बाद देवर से शादी करा देने का आश्वासन दिया। अलग जमीन और अलग घर का प्रलोभन दिया गया। वह भी उनकी बातों में आ गई और उनके कहे अनुसार रहने लगी। लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी जब लोगों के द्वारा मेरी शादी की कोई पहल नहीं की गई तो मैंने फिर उनसे बात की, जिसके बाद मुझे पता चला कि उन लोगों ने मेरे साथ धोखा किया है।