मोहन यादव रात के समय मंदिर कैंपस में लगे हुए पेड़ पौधों को करता है नष्ट, इसकी कार्यशैली देखकर देवी देवता भी हुए परेशान
राजा
अंबेडकरनगर । मोहन यादव से हो रहे हैं देवी और देवता परेशान रात के अंधेरे में करता है देवी देवताओं को डिस्टर्ब आप को बता दें कि जब भी शराब के नशे में मोहन यादव धुत रहता है तो मंदिर परिसर में लगे पूजा पाठ करने वाले पौधों को नष्ट करता है जब भी कोई बीच-बचाव करने जाता है तो मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देकर लड़ाई करने पर आमादा हो जाता है और उसके घर वाले भी इतने बेशर्म है कि वह भी उसी का साथ देते हैं अगर बात की जाए इसकी आदत से तो एक नहीं बल्कि कई बार इस तरह के मंदिर में तोड़फोड़ कर जालियों को उखाड़ चुका है
इस तरह की हरकतों से मालूम होता है कि घरवालों की सहमति से पीने का नाटक कर मंदिर में लगे हुए पेड़ पौधों को नष्ट करने की फिराक में रहता है या फिर मंदिर की जमीन को कब्जा करने का ही मन बना रखा है मोहन यादव की दबंगई चरम पर है शराब के नशे में मंदिर परिसर में मौजूद तुलसी के पौधे पर ग्लाईसर डालकर नष्ट करने का कार्य तथा सुरक्षा के लिए लगाई गई जाली को दबंगों ने उखाड़ कर फेंक दिया। मना करने पर दबंगों ने गाली गलौज की मौजूदा लोगों ने मौके पर स्थानीय चौकी पर सूचित किया और पुलिस के आने से पहले ही वहां से फरार हो गया.
मंदिर परिसर में हुए पूरे मामले को लेकर ज्ञान प्रकाश पाठक निवासी पंडा टोला द्वारा शहजादपुर चौकी में तहरीर दी गई है, घटनास्थल पर मौजूदा ज्ञान प्रकाश पाठक ने बताया कि उनके मकान के सामने 30 वर्ष पुराना मंदिर है। मोहन यादव पुत्र राम पाल यादव द्वारा रात में शराब पीकर जाली उखाड़ कर फेंक दिया गया और मना करने पर गाली गलौज करने लगा । जिसकी सूचना तत्काल चौकी प्रभारी को दी गयी पुलिस को पहुंचने से पहले ही मोहन यादव वहां से भाग निकला वही मंदिर मामले को लेकर किशन यादव ने कहा कि मंदिर में रात के समय लगे हुए पेड़ पौधों को नष्ट करने मंदिर को हानि पहुंचाने वाले पर उचित कार्रवाई कर पुलिस प्रशासन जेल भेजने का काम करें।